Anil Kumar Pandey
Dhanbad : पुलिस की तीसरी आंख यानी सीसीटीवी को लेकर धनबाद जिला प्रशासन गंभीर नही है. धनबाद शहर में लगे कुल करीब 132 सीसीटीवी कैमरों में से 30 से 40 खराब पड़े हैं. इससे अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस हाथ मलते रह जाती है. उधर, झरिया, बाघमारा, निरसा में तो प्रशासन ने सीसीटीवी लगाया ही नहीं.
इन जगहों पर लगे हैं कैमरे
धनबाद नगर निगम की ओर से रणधीर वर्मा चौक, श्रमिक चौक, रेलवे स्टेशन, स्टील गेट, सिटी सेंटर, मेमको मोड़, बरवाअड़ा किसान चौक, नया बाजार सुभाष चौक, आरा मोड़, वासेपुर, बैंक मोड, धनसार, मटकुरिया, केंदुआ समेत अन्य चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए थे. इनमें से कई तो महीनों से बंद पड़े हैं. सीसीटीवी इंचार्ज नगर निगम अधिकारी जय महतो ने बताया कि फिलहाल, 87 कैमरे चल रहे हैं और 29 कैमरा खराब हैं. वहीं, डीएसपी हेडक्वार्टर 01 सह सीसीआर प्रभारी अमर कुमार पांडेय का कहना है कि फिलहाल 92 कैमरे चल रहे हैं और लगभग 40 कैमरे खराब हैं. उल्लेखनीय है कि कई स्थानों पर पुलिस मुख्यालय की ओर से भी कैमरे लगाए गए थे. सीसीटीवी इंचार्ज ने कैमरों की मरम्मत के लिए बेहतर डीपीआर बनाने की आवश्यकता जताई.
अंडरग्राउंड केबल बिछाने में तार क्षतिग्रस्त
डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने कहा कि अंडरग्राउंड केबलिंग और पाइपलाइन बिछाने के दौरान कई जगह तार क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इससे कैमरे नहीं चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त तार की मरम्मत के बाद सभी कैमरों को जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा. साथ ही बाकी बचे चौराहों पर नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों व दुकानदारों को भी कहा गया है.
सीसीटीवी के जरिए कई चर्चित मामलों का हुआ खुलासा
पुलिस के अनुसार, रणधीर वर्मा चौक के समीप जज उत्तम आनंद की मौत, बैंकमोड़ में भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या सहित कई चर्चित आपराधिक मामलों के खुलासा में सीसीटीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. इनके फुटेज के सहारे ही पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में कामयाब हुई. सीसीटीवी में कम से कम 15 दिन का फुटेज स्टोर रहता हैं.
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