Dhanbad: कोल वाशरियों के पास स्थित जल स्रोतों के पानी की गुणवत्ता जांची जाएगी. जल स्रोतों के पास स्थित उद्योग- कारखानों की सूची भी तैयार की जाएगी. यह बात 7 अप्रैल को जिला गंगा समिति की बैठक में उपायुक्त संदीप सिंह ने कही. जल स्रोतों के पानी की गुणवत्ता जांच का मकसद नदियों को साफ रखना है. अगर पानी की गुणवत्ता खराब रही, तो वाशरियों पर कार्रवाई हो सकती है. अविरल गंगा-स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा योजना को लागू करने के लिए जन-जन की भागीदारी सुनिश्चित करना, नदियों में कचरा एवं पॉलीथिन फेंकने पर रोक लगाना, जल स्रोतों को स्वच्छ रखने के लिए गंगा प्रहरी की तैनाती करना, सीवरेज, औद्योगिक एवं बायो मेडिकल वेस्ट, नदी किनारे वृक्षारोपण, प्राकृतिक एवं जैविक कृषि को बढ़ावा देने के अलावा अन्य विषयों पर चर्चा की गई. बैठक में उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार, निदेशक एनईपी इंदु रानी, सहायक वन संरक्षक एके मंजुल, सिंफर के वरीय वैज्ञानिक डॉ रजनीकांत तिवारी, डॉ कुमार निखिल प्रधान, झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पदाधिकारी उपस्थित थे. यह भी पढ़ें : बाल">https://lagatar.in/dhanbad-lighter-khaini-chilam-and-sharp-weapons-found-in-childrens-correctional-home/">बाल
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धनबाद: कोल वाशरियों के पास का पानी खराब मिला तो कार्रवाई

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