Dhanbad : भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता अभिषेक सिंह ने 20 फरवरी को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन धर्म के बाद अब भाषा तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उर्दू को सभी 24 जिलों में मान्यता मिल गई, जबकि भोजपुरी-मगही और अंगिका बोलने वाली आधी आबादी वाले क्षेत्र के लोगों का ख्याल नहीं किया गया. भाषा के खिलाफ प्रदर्शन के कारण आम जनता से छलावा करते हुए इन भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की मान्यता से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि भाषा आंदोलन को जान बूझकर तैयार किया गया था. उन्होंने कहा कि भाषा के नाम पर बेवजह की बातें कर लड़ाने का प्रयास नहीं होना चाहिए. भोजपुरी-मगही और अंगिका बोलने वालों को भी झारखंड में बराबर का हक मिलना चाहिए, वरना समाज का समुचित विकास नहीं हो सकता है. झारखण्ड में वर्षो से एक वर्ग पिछड़ता चला जा रहा है. उन्होंने झामुमो और कांग्रेस सरकार से झारखंड की आधी आबादी की भावनाओं को देखते हुए इस मामले पर पुनर्विचार करने की मांग की है. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-the-shopkeepers-of-janta-market-are-confused-about-the-rent/">धनबाद
: जनता मार्केट के दुकानदार किराया को लेकर असमंजस में [wpse_comments_template]
धनबाद : धर्म के बाद अब भाषा तुष्टीकरण की राजनीति : अभिषेक सिंह

Leave a Comment