पांच हज़ार की आबादी हुई प्रभावित
हालत यह है कि लगभग पांच हजार की आबादी पानी के लिए तरस रही है. लोगों का कहना है कि गांव में पेय योग्य पानी का एक मात्र साधन चापाकल ही था. तीन महीना पहले मुखिया ने गांव में करीब आधा दर्जन जल स्रोत को बंद कर सोलर पानी टंकी लगवा दी. इसके बाद से पानी निकलना बंद हो गया. हैंड पंप भी गया और अब टंकी से भी पानी नहीं मिल रहा है. आधा दर्जन हैंड पंप का पानी पूरी तरह से बंद है, जिसमें मधुगोडा, दामूमुड़ा, छाताटांड़ शामिल हैं. [caption id="attachment_231632" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="170" /> सूखा पड़ा नल, कैसे बुझे प्यास[/caption]
ग्रामीण लगा रहे राशि के गबन का आरोप
गांव के ही रामजीत महतो, निकेश महतो सहित अन्य ग्रामीणों ने मुखिया पूरन रविदास पर आरोप लगाते हुए कहा कि हैंड पंप बंद कर उसमें सोलर टंकी लगवाने में लाखों की राशि का गबन हुआ है. इसीलिए योजना धरातल पर उतर नहीं पाई है. मुखिया ने कई टंकियों में खराब मोटर लगा दिया है तो कई टंकियों में मोटर ही नहीं लगे हैं. कहीं सोलर पैनल खराब है तो कहीं वायरिंग में प्रॉब्लम.मुखिया नहीं कर रहा संकट हल की कोई पहल
सोलर सिस्टम फेल होने के बाद मुखिया की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है. ग्रामीण मुखिया पूरन रविदास पर योजना का आधा पैसा डकार लिए जाने की बात कह रहे हैं. जब इस मामले में लगातार की टीम ने मुखिया पूरन रविदास से संपर्क साधने की कोशिश की तो वह किसी भी हालत में सामने आने को तैयार नहीं हुए और मीडिया के संपर्क में आने से बचते रहे. यह भी पढ़ें : जामताड़ा">https://lagatar.in/atvm-machine-has-become-an-object-of-beauty-for-four-months-at-jamtara-station/">जामताड़ास्टेशन पर चार माह से शोभा की वस्तु बनी है एटीवीएम मशीन [wpse_comments_template]

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