Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद के सदर अस्पताल में वर्ष 2020-21 में लगभग 5 लाख रुपये की लागत से खरीदी गयी डेंटल मशीन इन दिनों शोभा की वस्तु बन गयी है. दरअसल डेंटल मशीनों को करंट सप्लाई करने वाला स्टेबलाइजर पिछले कई दिनों से बंद पड़ा है. खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. डॉक्टर ऑटोमेटिक मशीनों की जगह हड़बा और हथौड़े से इलाज कर रहे हैं. कई मरीजों को चिकित्सक केवल दवा बता रहे हैं.
सिर्फ दवा पर संतोष कर रहे मरीज
दांत की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रतिदिन शहर व दूर दराज के इलाके से लगभग 40 से 50 मरीज सदर अस्पताल पहुचते हैं. लेकिन बंद पड़ी ऑटोमेटिक मशीन के कारण कई मरीजों को सिर्फ दवा मिल रही है तो कई इलाज कराए बगैर वापस लौट जाते हैं. बुधवार 19 अप्रैल की दोपहर कतरास के अंगरपथरा से अपने भाई के दांत का इलाज कराने आये रवि रजक को सिर्फ दवा से संतोष करना पड़ा. रवि बताते हैं कि उनके भाई का दांत सड़ गया है. दांत बाहर निकलवाने सदर अस्पताल पहुंचे, लेकिन स्टेबलाइजर में खराबी होने व मशीन बंद होने के कारण दांत नहीं निकला जा सका. उन्होंने बताया कि चिकित्सक ने उन्हें बताया कि स्टेबलाइजर खारब होने की वजह से ड्रिलिंग मशीन नहीं चलाई जा सकती. इसलिए दवा दे कर दांत निकलने का समय दे दिया है.
मशीन व जरूरी उपकरण काम नहीं कर रहे : चिकित्सक
विभाग के चिकित्सक का कहना है कि ऑटोमेटिक मशीन चलाने वाला स्टेबलाइजर पिछले एक सप्ताह से खराब पड़ा है. मरीजों का इलाज करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि कई मशीन व जरूरी उपकरण काम नहीं कर रहे हैं, जिसमें पेशेंट को ऊपर नीचे करने वाला ऑटोमेटिक चेयर, दांतो में सूनापन लाने, उसकी सफाई करने, घिसाई करने समेत कई मशीनें बंद पड़ी हैं.
उपकरणों की मरम्मत हो रही है : उपाधीक्षक
अस्पताल के उपाधीक्षक संजीव प्रसाद बताते हैं कि स्टेबलाइजर की खराबी को लेकर टेक्नीशियन को जानकारी दी जा चुकी है. कंपनी वाले इसे ठीक करने में जुटे हुए हैं. उम्मीद है कि जल्द ही मरम्मत कर दी जाएगी. इसके बाद जरूरी उपकरणों को प्रारंभ कर दिया जाएगा.
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