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धनबाद : संतोष महतो के चक्कर में बहादुर सिंह ने गंवाई ज़िंदगी भर की कमाई

Dhanbad/ Ranchi : ठगों के सरदार, धनबाद जिला परिषद सदस्य संतोष महतो की ठगी का कारोबार अनेक जिलों में फैला है. वह और उसके गुर्गे इस ताक में रहते हैं कि कौन सेवा से रिटायर हो रहा है? पता चलते ही उसे फांसने में जुट जाते हैं. लुट गए बहादुर : बहादुर सिंह बोकारो स्टील लिमिटेड में थे. 2012 में सेवा से रिटायर होते ही संतोष महतो ने बहादुर सिंह के एक परिचित के जरिए उन्हें घेर लिया. बेटा- बेटी को झारखंड खनिज विकास प्राधिकार में नौकरी का झांसा दिया. बहादुर सिंह के पास रिटायरमेंट के कारण पैसे थे. वे सरिया के पास अपने गांव में सुंदर घर का सपना देख रहे थे. घर तो उनका बन गया, लेकिन वैसा नहीं, जैसा उन्होंने सोचा था. कारण बना संतोष महतो. बहादुर सिंह का इकलौता बेटा दिल्ली में प्राइवेट फर्म में काम करता था. उन्हें लगा कि बेटे की सरकारी नौकरी लग जाएगी, बेटा धनबाद में रहेगा, तो बुढापा चैन से कटेगा. वे संतोष महतो के जाल में फंस गए. किस्तों में सात लाख संतोष महतो को दे दिए. बेटे की नौकरी छुड़ाकर घर बुला लिया. बारह साल से बहादुर सिंह परेशान हैं. न बेटे को नौकरी मिली न रुपया वापस मिला. चक्कर काट -काटकर थक चुके हैं. बहादुर सिंह के पुत्र प्रवीण सिंह ने लगातार से कहा- हमलोग आजकल में थाना में शिकायत दर्ज करवाएंगे . वकील से सलाह ली है. कोर्ट भी जायेंगे . https://lagatar.in/wp-content/uploads/2022/02/praveen-singh-225x300.jpg"

alt="" width="225" height="300" /> प्रवीण को आया होश : प्रवीण ने बताया कि संतोष महतो ने फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था. कुछ दिनों के बाद प्रकिया के नाम पर वापस ले लिया. लेकिन, उन्होंने उसकी फोटो कॉपी रख ली थी. नौकरी या पैसा लौटाने के दबाव पर संतोष महतो ने दूसरे के नाम से एक लाख का चेक दिया था. वह बाउंस हो गया. लेकिन , अब वह ठग को जेल भेजकर रहेंगे. प्रवीण ने नियुक्ति पत्र और बाउंस चेक लगातार को भी उपलब्ध करवाए हैं. जानकारों ने बताया कि संतोष महतो ने पूरी गैंग बना रखी है. पैसा मांगने पर वह लोगों को धमकाता भी है. अनेक लोग डर से सामने नहीं आ रहे हैं. गैंग में छह मेंबर : संतोष महतो के गैंग में सुशील सिंह नाम का एक आदमी है, जो ठगी के मामले में जेल में है. एक संतोष नाम का आदमी है. लगातार में खबर प्रकाशित होने के बाद अनेक लोग लगातार से संपर्क कर रहे हैं. कैसे देते हैं ठगी के घटना को अंजाम : ठगी को अंजाम देने के लिए जिप सदस्य संतोष महतो ने टीम बना रखी है. टीम में शामिल ठगस वैसे लोगों की पहचान करते हैं, जिन्हें नौकरी की सख्त जरूरत होती है. वे यह भी पता लगाते हैं कि उनके पास पैसा है या नहीं ?  पहचान के बाद लोगों को नौकरी के बड़े सपने दिखाए जाते हैं. नौकरी के लिए कई रूल फॉलो करवाए जाते हैं ताकि लोगों को शक नहीं हो. उनसे फ्रॉम भरवाए जाते हैं . इसी प्रक्रिया के दौरान मोटी रकम ठग लेते हैं. { जारी} यह भी पढें : नौकरी">https://lagatar.in/dhanbad-job-promised-crores-cheated/">नौकरी

का झांसा दिया, ठगे करोड़ोंं     [wpse_comments_template]  

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