मृतक डंपर ऑपरेटर के शव के साथ संयुक्त मोर्चा शुक्रवार से कर रहा था प्रदर्शन
Maithon : बीसीसीएल सीवी एरिया 12 के दहीबाड़ी परियोजना में डंपर ऑपरेटर शंकर रविदास के शव के साथ संयुक्त मोर्चा का आंदोलन 24 घंटे बाद शनिवार 22 जुलाई को प्रबंधन के साथ वार्ता के बाद खत्म हुआ. वार्ता के बाद बीसीसीएल प्रबंधन ने तत्काल मृतक कर्मी के पुत्र पंकज रविदास को नियुक्ति पत्र दिया. साथ ही मृतक की पत्नी सावित्री देवी के खाते में तत्काल 3 लाख 21 हजार 250 रूपये भेजा गया. इसके अलावा प्रबंधन ने जल्द ही पीएफ, ग्रेच्युटी, पेंशन सहित विभिन्न सुविधाएं दिलाने की भरोसा दिया. हालांकि संयुक्त मोर्चा के नेतागण आश्रित को नियोजन के साथ-साथ फेटल एक्सीडेंट का लाभ देने का दबाव प्रबंधन पर बना रहे थे. प्रबंधन ने कहा कि फेटल एक्सीडेंट के लाभ लेने के लिए शव का पोस्टमार्टम कराना जरूरी है. लेकिन मृतक के परिजन ने शव का पोस्टमार्टम कराने से साफ इनकार कर दिया. इसके बाद श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर मृतक के आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखा गया. बीसीसीएल सीवी एरिया के जीएम पीके मिश्रा ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे कर्मी की मौत से कोलियरी के कर्मी दुखी हैं. बता दें कि दहीबाड़ी कोलियरी में डंपर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत शंकर रविदास (53) बीते 3 जुलाई को ड्यूटी के दौरान बेहोश गये थे. इलाज के दौरान 18 दिन बाद 21 जुलाई शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. इसके बाद संयुक्त मोर्चा ने मृतक कर्मी के पुत्र को नियोजन सहित अन्य लाभ दिलाने को लेकर शव के साथ दहीबाड़ी परियोजना के समक्ष आंदोलन किया था. घटना की सूचना पाकर निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता भी मौके पर पहुंची और परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने की आश्वासन दिया. समझौता वार्ता में एक्टू के मनोरंजन मल्लिक, एलएन दास, बीसीकेयू से बबलू दास, मोहम्मद कलाम, जमसं बच्चा गुट से सुभाष सिंह, बह्मदेव गोप, जमसं कुंती गुट से दयामय उपाध्याय, झाकोमयू से विकास भंडारी शामिल थे. जबकि प्रबंधन की ओर से जीएम पीके मिश्रा, परियोजना पदाधिकारी प्रशांत बनर्जी, कोलियरी प्रबंधक समीरन मुखर्जी उपस्थित थे. यह">https://lagatar.in/dhanbad-there-is-no-culture-in-the-world-bigger-than-indian-culture-zip-president/">यहभी पढ़ें : धनबाद: भारतीय संस्कृति से बड़ी विश्व में कोई संस्कृति नहीं : जिप अध्यक्ष [wpse_comments_template]
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