Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) एसएनएमएमसीएच में विगत 19 मार्च को अगलगी के बाद से सिटी स्कैन सेवा ठप पड़ी है. घटना के सप्ताह भर बाद भी मरीजों को राहत नहीं मिल रही है. अस्पताल प्रबंधन ने अगलगी से क्षतिग्रस्त यूपीएस की दो बार मरम्मत कराई. बावजूद वह काम नहीं कर रहा है. सिटी स्कैन ठप पड़ने से मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. दूर दराज से आनेवाले गरीब मरीजों को निजी क्लिनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है, जहां उन्हें भारी भरकम चार्ज भी देना पड़ता है.
मरीजों को निजी क्लिनिकों का सहारा
गिरिडीह की मंगला देवी पिछले 3 दिनों से सीटी स्कैन के लिए परेशान हैं. उनके पास इतने पैसे भी नहीं कि वह किसी निजी जांच घर में सीटी स्कैन करा सके. वह बताती हैं कि मारपीट की घटना में उसके 20 वर्षीय पुत्र को सिर पर चोट लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया. बेहतर इलाज के लिए धनबाद लाया. डॉक्टरों ने सीटी स्कैन की सलाह दी थी. मगर सेवा ठप होने से मुश्किल में पड़ी है.
अनाप-शनाप खर्च बढ़ा व परेशानी भी
एसएनएमएमसीएच में गरीब मरीजों के लिए सीटी स्कैन की सेवा निःशुल्क है. मगर अभी मरीजों को निजी जांच घरों का चक्कर लगाना पड़ रहा है. सिर के सीटी स्कैन के लिए 1700 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं तो चेस्ट व गले के लिए 3500 रुपये. सबसे अधिक पेट के सिटी स्कैन के लिए मरीजों को 5500 तक खर्च करने पड़ रहे हैं.
शीघ्र ही चालू हो जाएगी सेवा: एचओडी
ज्ञातव्य है कि विगत19 मार्च को एसएनएमएमसीएच के सीटी स्कैन के यूपीएस में अचानक आग लग गई थी. हालांकि किसी भी मरीज या स्टाफ को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. परंतु सिटी स्कैन कमरे में रखा यूपीएस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. रेडियोलॉजिस्ट विभाग के एचओडी डॉक्टर अनिल कुमार का कहना है सिटी स्कैन सेवा किसी निजी कंपनी के हवाले है. अगलगी के बाद क्षतिग्रस्त यूपीएस की मरम्मत कराई जा रही है और जल्द ही सेवा चालू हो जाएगी.