पुलिस की कार्यशैली पर उठा सवाल
अवैध खनन रोकने में पुलिस की कार्यशैली पर लोग सवाल उठाते रहे हैं. लोगों की मानें तो स्थानीय पुलिस वरीय अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए कभी कभार छापेमारी करती है. सच्चाई यह है कि पुलिस के संरक्षण में ही कोयले का अवैध कारोबार फल फूल रहा है. केथारडीह अवैध खनन स्थल पर पुलिस का नहीं पहुंचना उनकी कार्यशैली पर उंगली उठाने के लिए काफी है.अवैध धंधेबाजों को पहले ही मिल जाती है सूचना
कोयले के अवैध कारोबार में लिप्त एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि छापेमारी के पूर्व ही स्थानीय पुलिस से उन्हें सूचना मिल जाती है. स्थानीय पुलिस कहती है कि कुछ टन कोयला जब्त करना उनकी मजबूरी है. न किसी की गिरफ्तारी व न नामजद प्राथमिकी, पुलिस की यह कार्यशैली सवाल तो खड़े करती ही है. यह भी पढ़ें: धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-huge-quantity-of-country-foreign-liquor-seized-from-3-hotels-in-balliapur/">धनबाद: बलियापुर के 3 होटलों से भारी मात्रा में देसी-विदेशी शराब जब्त [wpse_comments_template]
Leave a Comment