कर्ज में डूबते जा रहे हैं कोचिंग संचालक
[caption id="attachment_217935" align="aligncenter" width="266"]alt="" width="266" height="300" /> रौशन[/caption] द फ्यूचर ट्रैक के कोचिंग संचालक रोशन कुमार कहते हैं कि पिछला बकाया चुकता नहीं हुआ है और अब फिर कोचिंग को बंद कर दिया गया है. ऐसे में वे कर्ज में डूबते जा रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग की है कि 50 प्रतिशत छात्रों के साथ कोचिंग खोलने का आदेश जारी किया जाए, वरना संचालकों के पास आंदोलन के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचेगा.
सरकार ध्यान दे नहीं तो आत्मदाह एकमात्र रास्ता
[caption id="attachment_217936" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="169" /> सचिन[/caption] एसपीएस क्लासेस एंड प्रेप- नेट के कोचिंग संचालक सचिन सिंह ने कहा कि कोचिंग दो साल से बंद ही है. सरकार संचालकों की स्थिति पर ध्यान दे नहीं तो उनके पास आत्म दाह के सिवा कोई रास्ता नहीं बचेगा. संचालक व शिक्षक मानसिक तनाव में जिंदगी गुजार रहे हैं. उन्होंने भी 50 प्रतिशत छात्रों के साथ कोचिंग खोलने की अनुमति देने की मांग की.
शराब खुलेआम तो शिक्षा का मंदिर बंद क्यों
[caption id="attachment_217939" align="aligncenter" width="284"]alt="" width="284" height="300" /> निर्मल[/caption] द सक्सेस सेंटर के संचालक निर्मल का कहना है कि सरकार ने हाट, बाजार, शराब की दुकान खोलने की इजाजत दे रखी है और शिक्षा का मंदिर बंद कर दिया गया है. कोचिंग संचालकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति होती जा रही है. सरकार ने शिक्षा या शिक्षकों के प्रति कोई विचार नहीं किया है.
कोचिंग बंद करना कोई ठोस समाधान नहीं
[caption id="attachment_217941" align="aligncenter" width="169"]alt="" width="169" height="300" /> एम के वेदा[/caption] वेदा क्लासेस के संचालक एम के वेदा ने कहा कि कोचिंग को बंद करना कोई सुनिश्चित समाधान नहीं है. संचालक के साथ शिक्षक कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं. कहा कि सरकार सेफ्टी तथा 50 प्रतिशत छात्रों के साथ कोचिंग खोलने की अनुमति दे. यह भी पढ़ें : धनबाद : रामकनाली कोलियरी में केबल लूट [wpse_comments_template]

Leave a Comment