Dhanbad: सड़कें किसी भी शहर और कस्बे के विकास का पैमाना तय करती हैं. लेकिन विकास के साथ जब मोटी कमाई का ताना-बाना जुड़ जाये तो टकराव लाजिमी है.
पहले नगर निगम ने टेंडर निकाला
मामला नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 52 के न्यू प्रेम नगर से श्मशान घाट तक जाने वाली सड़क से जुड़ा है. 9 जनवरी 2020 को इस सड़क के लिए नगर निगम ने 3 करोड़ रुपये का टेंडर निकाला था. ठीक 18 महीने बाद लघु सिंचाई प्रमंडल ने भी 83 लाख रुपये का टेंडर निकाल दिया. इसी मामले में दोनों विभाग आमने-सामने हो गए हैं.
लघु सिंचाई का भी उसी सड़क पर दावा
नगर निगम ने लघु सिंचाई विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि किस आधार पर उन्होंने टेंडर निकाला है, जबकि इस सड़क का टेंडर पहले ही निकल चुका है. कोरोना संक्रमण के कारण निविदा पूरी नहीं हो पाई. अब दिसंबर 2021 में संबंधित विभाग को कार्य आवंटित किया जा चुका है. इसलिये लघु सिंचाई प्रमंडल विभाग को यह टेंडर रद्द करना होगा.
दोनों के अपने-अपने तर्क
इधर लघु सिंचाई प्रमंडल के अधिकारियों का कहना है कि निविदा निकालने में पूरी तरह से प्रशासनिक स्वीकृति और नियमों का पालन किया गया है. 18 महीने तक निगम के अधिकारी कहां सोये थे. विभाग का कहना है कि टेंडर से पहले जिला प्रशासन ने डीएमएफटी फंड की बैठक बुलाई थी, जिसमें नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे. इस राशि से लघु सिंचाई विभाग को काम करने की अनुमति दी गई. तब भी नगर निगम के अधिकारी ने विरोध नहीं किया. अब लघु सिचाई विभाग यहां काम शुरू करने जा रहा, तो निगम इसे बाधित कर रहा है.
दोनों ठेकेदार सक्रिय, विवाद भी बरकरार
दोनों विभागों के ठेकेदारों ने सड़क बनाने के लिए न्यू प्रेम नगर के श्मशान घाट तक अपना अपना इलाका घेर कर रखा है. स्थानीय थाना में दोनों पक्षों में हर दिन नोकझोंक हो रही है. पुलिस प्रशासन ने वरीय अधिकारियों को सूचित किया है. स्थानीय सूत्रों की मानें तो इस पर जल्दी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो खून खराबा की भी आशंका है.
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