Dhanbad: उपायुक्त सह प्रबंध निदेशक, झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार उमा शंकर सिंह तथा भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक गोपाल सिंह ने टाउन हॉल में अग्नि प्रभावित क्षेत्र के रैयतों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया.
बैठक में पुनर्वास को लेकर रैयतों का मंतव्य लिया गया. सीएमडी ने कहा धनबाद में कोयला है तभी धनबाद है. बीसीसीएल एक परिवार है. यह सरकारी कंपनी है. अधिकारी कर्मचारी सभी तनख्वाह लेते है. काम करते हैं. यह तनख्वाह देश के 120 करोड़ की जनता देती है.
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उन्होंने रैयतों से कहा जिनके पास भी बीसीसीएल क्षेत्र में 2 एकड़ रैयती जमीन है. जिसका सत्यापन करने के बाद रैयत होने का दावा स्प्ष्ट होता है. उस जमीन की रसीद कटती है तो उस व्यक्ति को बीसीसीएल जमीन के बदले परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी.
कहा कि रैयत और बीसीसीएल के बीच समन्वय बनाने की जरूरत है. किसी भी व्यक्ति को अगर कहीं कोई समस्या है तो बीसीसीएल द्वारा जारी किए गए व्हाट्सअप नंबर पर सीधे शिकायते भेज सकते हैं. बैठक में मौजूद बीसीसीएल एरिया के सभी जीएम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी सरकार से तनख्वाह लेकर काम करते है. यहां कोई तानाशाह नही है. सभी मिलकर काम करते हैं.
उपायुक्त ने कहा कि बैठक में रैयतों की तरफ से कई तरह के सुझाव प्राप्त हुए हैं. इनमे चार मुख्य सुझाव हैं. इसमें पुर्नवास वैसी जगह पर हो जहां रोजगार का साधन उपलब्ध हो.पुनर्वास स्थल पर सभी मूलभूत सुविधाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क आदि व्यवस्थित हो. लोगों को रोजगार व स्वरोजगार मिले. बैठक में उपायुक्त, बीसीसीएल के सीएमडी के साथ-साथ जेआरडीए तथा अन्य संबंधित विभाग के पदाधिकारी भी उपस्थित थे.
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