Nirsa : जन सेवकों की हड़ताल के कारण निरसा प्रखंड कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोगों को भारी परेशानी भी हो रही है.क्योंकि मनरेगा, 15 वें वित्त, आपूर्ति विभाग, पेंशन एवं कृषि संबंधित कार्य ठप पड़े हैं. निरसा प्रखंड में लगभग 30 सरकारी कर्मचारी हैं, जिनमें 13 जनसेवक भी हैं. वे निरसा में पोस्टेड हैं, परंतु काम विभिन्न जगहों पर कर रहे हैं. निरसा प्रखंड में तीन पंचायत सचिव एक कृषि पदाधिकारी एक एफसीआई गोदाम ऑफिसर एवं एक गोदाम मैनेजर कार्यरत हैं
धनबाद में निरसा प्रखंड के 4 जनसेवक कार्यरत हैं, जिनमें एक प्रधान सहायक खाद्य निगम, एक सामाजिक सुरक्षा विभाग में एवं दो जिला कृषि कार्यालय में कार्यरत है. केलियासोल पंचायत में निरसा के दो जन सेवक कार्यरत हैं. एक पंचायत सचिव, 3 पंचायत के प्रभार के अलावा एसएस के पद में हैं. एक जनसेवक ऑफिस क्लर्क और बीओ का पद संभाल रहा है. एग्यारकुंड पंचायत में एक जनसेवक कार्यरत है. उनका नाम भादू मुर्मू है. वह चार पंचायत के सचिव जेएसएस एजीएम एवं बीओ के पद पर कार्यरत हैं.
जनसेवक अपनी मांगों को 22 दिनों से हड़ताल पर हैं. जनसेवकों का कहना है कि सरकार ने उनका बेसिक ग्रेड पे 2400 से घटाकर 2,000 कर दिया है. इसके अलावा भी उनकी 11 सूत्री मांगें हैं. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, वे हड़ताल पर रहेंगे. इधर प्रखंड में विकास योजनाएं शिथिल पड़ गई हैं. पंचायत की योजनाएं स्वयंसेवकों के भरोसे चल रही हैं, जिनकी रफ्तार धीमी हो गई है. बताया जाता है कि जन सेवकों की बहाली 2012 में हुई थी. जनसेवक प्रखंड से लेकर जिला तक अच्छे-अच्छे पदों पर तैनात हैं और उन्हीं के भरोसे प्रखंड एवं जिले में कई जिम्मेदारियों भरा काम चल रहा है. उनकी हड़ताल से प्रखंड कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग काम लेकर प्रखंड कार्यालय आते हैं और मायूस हो कर लौट रहे हैं.
[wpse_comments_template]