बुरी संगति से बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है
इस्कॉन, धनबाद के उपाध्यक्ष दामोदर गोविंद दास प्रभु श्रीराम के जीवनचरित्र की व्याख्या मनमोहक कथा के जरिए की. इसमें बताया कि कैसे गलत संगति में पड़कर व्यक्ति के जीवन की दिशा ही बदल जाती है. माता कैकयी का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि कैकयी प्रभु श्रीराम से माता कौशल्या से भी ज्यादा प्रेम करती थीं. लेकिन मंथरा की संगति में पड़कर बाद में भगवान से उतना ही नफरत करने लगी. इसलिए हमेशा अच्छे लोगों की संगति में रहें.छात्रों ने नाटक में दिखाया गिलहरी का सेवा भाव
कार्यक्रम के दौरान बीआईटी के छात्रों ने लघु नाटिका का मंचन किया. इसमें उन्होंने रामेश्वरम पुल निर्माण में गिलहरी द्वारा की गई सेवा को रोचक अंदाज में दिखाया. इसमें यह बताया कि कैसे एक छोटी जीव भी भगवान की सेवा में तल्लीन थी. इसके बाद भगवान राम के विग्रह का पंचामृत महाभिषेक हुआ. भगवान के विग्रह का दूध, दही, घी,मधु, फलों के रस व गंगाजल से अभिषेक किया गया. कार्यक्रम के सामापन पर भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=286583&action=edit">यहभी पढ़ें : धनबाद : रामनवमी पर हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता, हुआ झंडा पूजन [wpse_comments_template]

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