लंबे समय से कर रहे आंदोलन, बीसीसीएल-रेलवे अधिकारियों पर पानी बेचने का आरोप
Dhanbad : धनबाद के कुसुंडा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश धारी रेलवे छठ तालाब का अस्तित्व बचाने ले लिए 28 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करेंगे. यह जानकारी दिनेश धारी ने मंगलवार को दिल्ली रवाना होने से पहले दी. कहा कि आत्मदाह करना गुनाह है, लेकिन ब्रिटिश जमाने के इस तालाब को बचाने के लिए वह ऐसा करने को मजबूर हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे और बीसीसीएल के कुछ अधिकारी अपने फायदे के लिए तालाब का पानी गैर कानूनी ढंग से बेच रहे हैं. इससे तालाब के सूखने का खतरा मंडराने लगा है.
उन्होंने बताया कि आसपास की करीब 50 हज़ार की आबादी नहाने-धोने से लेकर अन्य घरेलू काम के पानी (पीने को छोड़कर) के लिए इसी तालाब पर निर्भर है. पानी की बिक्री से यदि तालाब सूख गया, तो लोग बूंद-बूंद पानी को तरस जाएंगे. तालाब की अस्तित्व को बचाने के लिए वे पिछले कईं वर्षो से आंदोलनरत है.
20 मार्च को जंतर-मंतर पर किया था अनशन
दिनेश धारी ने बताया कि तालाब का अस्तित्व बचाने के लिए धनबाद के डीआरएम, उपायुक्त, विधायक, सांसद से लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक को पत्र लिखा. लेकिन कोई सकारात्मक जबाब नहीं मिला. उन्होंने 4 नवंबर 2022 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था. इसके बाद 20 मार्च 2023 को जंतर-मंतर पर अनशन पर भी बैठे थे. यही नहीं, उन्होंने प्रधानमंत्री, रेल मंत्री व बीसीसीएल के अधिकारियों को पत्र लिखकर अंग्रेजों के समय के इस तालाब की सफाई व सौंदर्यीकरण कराने का आग्रह किया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया.
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