alt="" width="300" height="200" /> समारोह में व्याख्यान का आनंद लेते छात्र-छात्राएं[/caption] वक्ता सिद्धार्थ जायसवाल ने बताया कि कृषि टेक्नोक्रैट भारत में 3 अलग-अलग कृषि क्षेत्रों - रासायनिक पारंपरिक खेती, जैविक खेती और प्राकृतिक खेती पर काम कर रहे हैं. इस अवसर पर गिरीश मिश्रा ने अपने ज्ञानवर्धक व्याख्यान में शिक्षाविदों और उद्योगपतियों के बीच अंतर्विषयक संबंध को मजबूत करने पर बल दिया, ताकि समग्र रूप से देश के विकास के लिए निर्णय लिए जा सकें. इस अवर पर डॉ. गौतम बनर्जी, डॉ. जे के सिंह, डॉ. जे के पाण्डे, डॉ. आर वी के सिंह, डॉ. प्रभात कुमार मंडल, राम लोलारक, डॉ. बबली प्रसाद, दिलीप कुंभकार सहित संस्थान के कई वरिष्ठ सदस्य मौजूद थे. संस्थान द्वारा आमंत्रित वक्ताओं को सम्मानित किया गया. संस्थान के वैज्ञानिक, डॉ. रंजीत कुमार पासवान एवं निलाबजेन्दु घोष, वैज्ञानिक ने संयुक्त रूप से मंच संचालन किया. आमंत्रित वक्ताओं सहित स्कूली छात्र-छात्राओं ने विज्ञान प्रदर्शनी का आनंद लिया. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-administration-has-taken-steps-for-the-return-of-citizens-trapped-in-ukraine/">धनबाद
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