"जमीन हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा" नारों के साथ दी चेतावनी
Maithon : "जमीन हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा" नारों के साथ भारी संख्या में विस्थापितों ने 5 जुलाई बुधवार को वास्तुहारा संग्राम समिति के बैनर तले डीवीसी मैथन के प्रशासनिक भवन (मिश्रित भवन) के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया. इसके बाद विस्थापित अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए. आंदोलन का नेतृत्व समिति के महासचिव वासुदेव महतो कर रहे हैं. विस्थापितों के समर्थन में झामुमो के वरिष्ठ नेता अशोक मंडल भी समर्थकों के साथ आंदोलन में शामिल हो गए हैं. विस्थापितों ने सुबह दस बजे मैथन कालीपहाड़ी चौक से जुलूस निकाला व डीवीसी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रशासनिक भवन पहुंचे. समिति के महासचिव वासुदेव महतो ने डीवीसी प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि मांगों को पूरा नहीं किया गया तो अब उग्र आंदोलन होगा. [caption id="attachment_689161" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="200" /> धरना पर बैठे विस्थापितों के साथ झामुमो नेता[/caption] उन्होंने कहा कि डीवीसी की स्थापना 1948 में हुई. उस समय कहा गया था कि सभी विस्थापितों को उचित मुआवजा एवं नियोजन दिया जाएगा. परंतु 75 साल बाद भी विस्थापित नियोजन व मुआवजे को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं. कहा कि 1978 में 701 विस्थापितों की सूची तैयार की गई. परंतु 45 साल हो गए, अभी तक कुछ नहीं मिला. कहा कि 27 फरवरी को डीवीसी प्रबंधन के साथ वार्ता में प्रबंधन ने तीन महीने का समय मांगा था. परंतु डीवीसी प्रबंधन टालमटोल रवैया अपनाए हुए है. हमने चेताया था कि जून तक मांगें पूरी नहीं हुई तो 5 जुलाई से जोरदार आंदोलन होगा. कहा कि डीवीसी सात जुलाई को स्थापना दिवस मनाएगा. लेकिन विस्थापितों को बर्बाद कर स्थापना दिवस मनाने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने झामुमो केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य अशोक मंडल ने कहा कि विस्थापितों की मांगें बहुत पहले ही पूरी हो जाती, परंतु कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उन्हें गुमराह किया व बरगला दिया. खामियाजा विस्थापितों को भुगतना पड़ रहा है. श्री मंडल ने डीवीसी प्रबंधन से मांग की कि विस्थापितों की मांग जल्द पूरी करें. मौके पर यमुना प्रसाद सिंह, उपेन्द्रनाथ पाठक, सुरेन्द्रनाथ मुर्मू, परेश मराण्डी, विनोद बिहारी हेम्ब्रम, सुनील मराण्डी, हाफीजउद्दीन अंसारी सहित भारी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी. [wpse_comments_template]
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