उच्च शिक्षा विभाग की जांच के बाद बंद किया गया डोनेशन का अकाउंट Dhanbad : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति पर डोनेशन लेकर पोस्टिंग करने का आरोप लगा है. कुलपति ने अपने 10 महीने के कार्यकाल में 46 स्थानांतरण किये. इसके लिए कुलपति को शिक्षकों का विरोध भी झेलना पड़ा. कुलपति पर आरोप है कि जिन शिक्षकों ने डोनेशन दिया है, उनको मनचाही पोस्टिंग मिली. जिन शिक्षकों ने डोनेशन देने से इनकार कर दिया, उन्हें दूर-दराज के कॉलेज में ट्रांसफर कर दिया गया. शिक्षकों की शिकायत के बाद आरोपों की आंच राजभवन तक पहुंची. जांच में इसे सही भी पाया गया. 19 जुलाई को उच्च शिक्षा विभाग की तीन सदस्यीय टीम में शामिल अवर सचिव सैयद रियाज अहमद, उपनिदेशक उच्च शिक्षा विभाग पांडे और उच्च शिक्षा विभाग की ऑडिटर अमित कुमार ने जांच भी की. लेकिन एक माह बाद भी कार्रवाई नहीं हुई.
पूर्व कुलपति ने बताया था अयोग्य
कुलपति डॉ शुकदेव भोई ने अयोग्य शिक्षक एसके चोपड़ा को कॉमर्स विभाग का डीन बना दिया था. जबकि पूर्व कुलपति प्रो अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने उनकी फाइल पर स्पष्ट लिखा था कि वह गैर पीएचडी शिक्षक हैं, इसलिए डीन बनने के योग्य नहीं हैं. सूत्र बताते हैं कि एसके चोपड़ा ने डोनेशन के लिए बनाए गए डोनर एंड स्पॉन्सरशिप बीबीएमकेयू फंड में एक लाख 25 हज़ार रुपये दिये थे. फिर तो अयोग्य होने के बाद भी उन्हें डीन बनाया गया था.
पोस्ट ग्रेजुएट विभाग में नहीं रहने पर भी बना दिया डीन
डॉ एसके चोपड़ा के बाद बीएसके कॉलेज मैथन का प्रभारी प्राचार्य रहते हुए डॉ बीपी सिंह को कॉमर्स विभाग का डीन बनाया गया. विवि सूत्र के अनुसार डॉ बीपी सिंह कभी भी पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट में नहीं रहे. ऐसे में वह डीन बनने की योग्यता नहीं रखते हैं. सूत्र बताते हैं कि डॉ बीपी सिंह ने डोनर एंड स्पॉन्सरशिप फंड में 1.11 लाख रुपया की सहयोग राशि दी थी.
जमा हुए थे 7 करोड़, अब एकाउंट बंद
बता दें कि डोनेशन के लिए बनाए गए डोनर एंड स्पॉन्सरशिप फंड में कुल 7.2 करोड़ों रुपये की राशि जमा हुई थी. राजभवन में शिकायत और उच्च शिक्षा विभाग की जांच के बाद यह एकाउंट बंद कर दिया है. यह राशि विवि के एकाउंट में ट्रांसफर कर दी गयी है, जो रजिस्ट्रार के नियंत्रण में हैं.
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