स्कूलों का जवाब- फीस नहीं लेंगे, तो वेतन कैसे देंगे
सुनवाई में डीएवी ग्रुप के स्कूलों के प्राचार्यों ने कहा कि ट्यूशन फीस अगर नहीं लेंगे तो शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं कर पाएंगे. नियमावली 1006 की कंडिका 2 के अनुसार अगर ट्यूशन फीस लेते हैं, तो कंडिका 7 का पालन नहीं कर पाएंगे. डीएवी जामाडोबा के प्राचार्य टीके मिश्रा ने कहा कि हम उतनी ही फीस लेते हैं, जिससे स्कूल चला सकें. डीएवी कुसुंडा के प्रचार्य हाजरा ने कहा कि कंडिका 2 और 7 में मामला फंसा हुआ है. कंडिका 2 में फीस नहीं लेना है और कंडिका 7 में शिक्षकों का वेतन भुगतान भी जरूरी है. यह दोनों कैसे संभव है.धनबाद पब्लिक स्कूल ने कहा कि सत्र 2020-21 में बच्चों से सिर्फ ट्यूशन फीस ही ली गई है. वहीं, सत्र 2021-22 में समिति की ओर से निर्धारित शुल्क लिया गया है. राजकमल स्कूल के प्राचार्य ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि हम नियम 1006 का पालन कर रहे हैं. ऑनलाइन क्लास में सिर्फ ट्यूशन फीस ली गई है. जबकि ऑफलाइन क्लास के दौरान समानुपातिक ढंग से फीस ले रहे हैं. अगर किसी अभिभावक को दिक्कत है, तो वह आकर मिले.सुनवाई में इन स्कूलों ने लिया भाग
सुनवाई में डीएवी पब्लिक स्कूल कोयलानगर, डीएवी सिजुआ, डीएवी सीएफआरआई, डीएवी बनियाहीर, डीएवी मुगमा, डीएवी महुदा, डीएवी जामाडोबा, डीएवी कुसुंडा, डीएवी मुनीडीह, डीएवी बरोरा, डीएवी सिंदरी, धनबाद पब्लिक स्कूल केजी आश्रम, धनबाद पब्लिक स्कूल हीरक ब्रांच और राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर, राजकमल सरस्वती शिशु मंदिर के प्रचार्य या उनके प्रतिनिधि शामिल हुए. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=285304&action=edit">यहभी पढ़ें : धनबाद: आजसू छात्र संघ ने आरएसपी कॉलेज के प्राचार्य का पुतला जलाया [wpse_comments_template]

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