Katras / Baghmara: तेतुलमारी थाना क्षेत्र अंतर्गत वेस्ट मोदीडीह कोलियरी के बीएस माइनिंग आउटसोर्सिंग में अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से मलबे में दब कर चार लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए. मृतकों में बैजकारटांड का योगेंद्र, तेतुलमारी टाउनशिप का करण शामिल है. दो मृतकों के नाम का पता नहीं चल सका है. वहीं, घायलों में माला देवी, मीना देवी, महाबीर रवानी, धर्मनाथ, श्याम रवानी, संजय रवानी आदि शामिल हैं. सभी घायलों का गोपनीय ढंग से इलाज कराया जा रहा है.
सुरंग में घुस कर काट रहे थे कोयला
हादसा गुरुवार सुबह पांच बजे हुआ, जब सुरंग में घुस कर लोग कोयला काट रहे थे. जानकारों का कहना है कि एक तरफ आउटसोर्सिंग कंपनी की मशीन चल रही थीं, दूसरी तरफ अवैध खनन में सैकड़ों लोग लगे हुए थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लोग सुरंग में प्रवेश कर कोयला काट ही रहे थे कि तभी ऊपर से चाल धंस गई, जिसकी चपेट में कई लोग आ गए. बगल में कोयला काट रहे लोगों ने घायलों को निकाला. इसके बाद सभी लोग घायलों और मृतकों को लेकर बाइक, कार व वैन आदि वाहन से भाग निकले.
हादसे के बाद घटनास्थल पर बिखरा सामान
घटनास्थल पर काफी मात्रा में टोकरी, कोयले से भरी बोरियां, चप्पल, कोड़नी, गमछा आदि सामान बिखरा पड़ा दिखा. जानकारी मिलते ही आउटसोर्सिंग कंपनी के कर्मी पहुंचे और मशीन लगाकर घटना स्थल की भराई कर दी. सीआइएसएफ के जवान व अधिकारी भी पहुंचे और कुछ जानकारी लेकर चलते बने. हालांकि तेतुलमारी थाने की पुलिस नहीं पहुंची थी. गौरतलब है कि घनी आबादी वाले कतरास में कई भूमिगत खदानें हैं. पूरा का पूरा कतरास शहर एवं इसके आसपास का इलाका कोयले के पिलरों पर खड़ा है. अवैध खनन के चक्कर में कई बार लोग भूधंसान के भी शिकार हो जाते हैं. जानकारी के लिए तेतुलमारी थाना प्रभारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, मगर उन्होंने फोन नही उठाया
घटनास्थल पर मची अफरा-तफरी
23 मार्च गुरुवार की अहले सुबह भूमि आउटसोर्सिंग कंपनी के पैच में कोयले के अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से तीन लोगो की मौत की खबर है, जबकि तीन-चार लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है. सूचना मिलते ही आसपास के सैकड़ों लोग परियोजना स्थल पर जुट गए. जानकारी के मुताबिक सभी मृत युवक तेतुलमारी शक्ति चौक के समीप के रहने वाले थे. घटनास्थल पर अफरा तफरी का माहौल है.
कोई कुछ बताने को तैयार नहीं
हालांकि कोई भी कुछ बताने से कतरा रहा है. गुरुवार सुबह लगभग 5 :30 बजे घटना की खबर फैलते ही परिजन पहुंचे और शव लेकर भाग निकले. सभी जिम्मेवार लोग अपना पल्लू झाड रहे हैं. घायल लोग अपना इलाज किसी निजी अस्पताल में करा रहे हैं. कोयलांचल में कोयले का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से चल रहा है, जिसमें आये दिन लोगों की जान जाती रहती है. मरने वालों की खबर अखबारों में छपने के बाद बावेला मचता है और दूसरे दिन से ही लोग सब कुछ भूल कर फिर उसी काम में लग जाते हैं. इन घटनाओं पर विराम लगाने में न जिला प्रशासन और न ही बीसीसीएल प्रबंधन कोई गंभीर प्रयास करता दिखता है.