2018 में रखी गई योजना की नींव
ज्ञात हो कि वर्ष 2018 में तत्कालीन मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने शहरी जलापूर्ति योजना की नींव रखी थी. इस योजना के तहत सिंदरी में 13 एमएलडी का प्लांट तथा जामाडोबा में 143 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कर 36 जलमीनारों से जलापूर्ति शुरू करनी थी.जलमीनारों से दामोदर का पानी पहुंचाना था
इन जलमीनारों में दामोदर नदी का पानी पहुंचाना था. जुड़को और एल एंड टी, श्री राम ईपीसी कंपनी को काम दिया गया. लेकिन इन कंपनियों का काम शुरू से धीमा रहा. दर्जनों बार नगर विकास और निगम के अधिकारियों की बैठक हुई. बावजूद कंपनी के काम में कोई बदलाव नहीं आया.अब वाटर मीटर के हिसाब से भुगतान
इस योजना के तहत नगर निगम घरों में मुफ्त में पानी का कनेक्शन दे रहा है. कनेक्शन से पहले घर का होल्डिंग नंबर भी लिया जा रहा है. साथ ही वाटर मीटर भी लगाया जा रहा है. यानी हर माह अब उपभोक्ताओं को वाटर मीटर के हिसाब से पानी का यूजर जार्च भुगतान करना होगा.अभी तक था फिक्स्ड चार्ज
अभी तक निगम की ओर से मीटर लगाना अनिवार्य नहीं था, जिस कारण उपभोक्ता मीटर खरीद कर घर में रखते थे और निगम को हर माह फिक्स्ड चार्ज ही दे रहे थे. पहले से पानी का कनेक्शन ले चुके उपभोक्ताओं के साथ यह नियम आज भी लागू है.एल एंड टी और जुड़को की है अच्छी पैठ
शहरी जलापूर्ति योजना का काम कर रही एल एंड टी और जुड़को की निगम में अभी तक अच्छी पैठ रही है. योजनाओं का काम समय पर पूरा हो ना हो, लेकिन जलापूर्ति का हर बड़ा काम अभी तक उन्हें ही मिलता रहा है. पहले 650 करोड़ रुपया का काम मिला. उसके बाद इसी कंपनी को मैथन जलापूर्ति योजना के सेकेण्ड फेज का काम भी मिल गया.समानांतर पाइप बिछा रही कंपनी
550 करोड़ रुपये की लागत से कंपनी मैथन से धनबाद तक समानांतर पाइप बिछाने का काम कर रही है. कंपनी के इस लाभ के पीछे नगर निगम और नगर विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों का मोटा कमीशन भी छुपा है.जहां बिछी पाइप, वहां कनेक्शन शुरू
नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार का कहना है कि शहर के जिन क्षेत्रों में पाइप बिछ गई, वहां कनेक्शन देने का काम शुरू है. कंपनी पर भी लगातार दबाव बनाया जा रहा है, ताकि 76 हजार लोगों को कनेक्शन देने का काम जल्द से जल्द पूरा हो. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-consumers-grinding-in-the-mill-of-jbvnl-and-dvc/">धनबाद: जेबीवीएनएल व डीवीसी की चक्की में पिस रहे उपभोक्ता [wpse_comments_template]

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