Ravi chourasia
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) डिजिटल युग में लोग अब शादी समारोह का प्रबंध खुद न कर गूगल पर मौजूद छोटी-बड़ी कंपनियों को ठेका दे रहे हैं. ये कंपनियां सिर्फ एक लैपटॉप के जरिये ग्राहकों से दोगुनी कीमत वसूल रही हैं. सिर्फ एक लैपटॉप की मदद से ये कंपनियां डेकोरेटर्स, कैटरर, फ्लावर सहित साज-सज्जा का इंतजाम लोकल बाजारों से करती हैं. हालांकि इस काम के लिए खर्च की दोगुनी राशि पर बुकिंग लेते हैं.
गूगल पर इवेंट्स कंपनियों की बाढ़
इन दिनों गूगल पर इवेंट्स कंपनियों की तादाद बढ़ती जा रही है, जिसमें धनबाद की कई कंपनियां भी शामिल हैं, तो कई बाहरी भी हैं. कोलकाता, रांची, जमशेदपुर, पटना की कंपनियां लोगों को लुभा कर मोटी रकम ऐंठ रही हैं. सामान्यतः विवाह उत्सव में लोग अपनी हैसियत से ज्यादा खर्च करते हैं, चाहे उन्हें कर्ज ही क्यों न लेना पड़े. शादी में कई प्रकार के इंतजाम करने पड़ते हैं. झंझट से बचने के लिए लोग आज कल इन्हीं इवेंट कंपनियों पर आश्रित होते जा रहे हैं. इस व्यवस्था पर धनबाद डेकोरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि धनबाद में कई बाहरी कंपनियां सक्रिय हो गई हैं, जो काम के हिसाब से डबल पैसे वसूल रही हैं. उन्होंने बताया कि कंपनियों के पास लैपटॉप के अलावा एक चम्मच तक नहीं होती है. कंपनी सारा इंतजाम लोकल बाजारों से करती हैं, जिसमें उन्हें 50% तक की बचत होती है. उन्होंने कहा कि जिस शादी में ₹7 लाख की लागत आती है, वहां ये कंपनियां 14 लाख तक वसूलती हैं.
बाजार की अपेक्षा डेढ़ से दोगुना महंगा पैकेज
लगातार के संवादाता ने भी एक इवेंट कंपनी से संपर्क साध कर सारी जानकारी हासिल की. इवेंट कंपनी ने पैकेज की तर्ज पर काम करने की बात कही. कंपनी ने शादी में शामिल होने वाले लोगों की संख्या के अनुसार पैकेज की कीमत बताई. आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो यह लोकल बाजार की अपेक्षा डेढ़ से दोगुना महंगा पैकेज है. कंपनी की ओर से भोजन 500 से लेकर 550 प्रति प्लेट की दर बताई गई. थाली में कुल 20 आइटम्स होंगे. इसके अलावा डीजे, लाइट, टेंट, फ्लावर डकोरेशन आदि तमाम चीजें और उनकी दर पैकेज में शामिल हैं.
कंपनियों के साथ काम नहीं करेगा एसोसिएशन
![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2022/08/event-212x300.jpeg)
धनबाद डेकोरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह का कहना है कि टेंट और पंडाल हमारा, कैटरर्स में वर्कर हमारे, लाइट साउंड हमारा और मोटी रकम यह कंपनियां उठाकर ले जा रही हैं. इसीलिए एसोसिएशन बाहरी कंपनियों के साथ काम नहीं करेगा. इसमें सबसे बड़ा फायदा धनबाद की जनता को होगा, क्योंकि उनकी गाढ़ी मेहनत की कमाई बचेगी.
कंपनियां लोकल डेकोरेटर्स, कैटरर्स पर निर्भर
श्री सिंह का कहना कि इवेंट्स कंपनियां लैपटॉप के जरिये पहले कस्टमर से डील करती हैं. डील फाइनल होने के बाद वेस्थानीय डेकोरेटर्स, लाइट, साउंड डीजे, बैंड, फ्लावर डेकोरेशन वालों से संपर्क साध कर काम की जिम्मेवारी सौपती हैं. जिस काम के लिए स्थानीय डेकोरेटर 1 लाख मांगते हैं, उसी काम के लिए कंपनी डेढ़ से 2 लाख तक लोगों से वसूलती है.
बाहरी कंपनियों पर भरोसा न करें लोग
एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने धनबाद के लोगों से बाहरी इवेंट कंपनियों पर भरोसा नहीं करने की अपील की है उन्होंने कहा है कि ये कंपनियां दोगुने दाम पर लोगों से काम लेती हैं. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि बाहरी कंपनियां कभी भी लोगों का पैसा लेकर फरार भी हो सकती हैं.
यह भी पढ़ें: धनबाद: विधानसभा सत्र के कारण हेड क्लर्क और लिपिकों की कार्य अवधि बढ़ी