Nirsa/Nirsa Bazar : निरसा अनुमंडल क्षेत्र में दुर्गोत्सव का समापन सौहार्दपूर्ण माहौल में हो गया. विजयादशमी के दिन शनिवार को पूजा मंडपों में महिलाओं ने मां दुर्गा को सिंदूर खेला के साथ भावभीनी विदाई दी. बंगाली समुदाय की महिलाओं ने इस अवसर पर “सिंदूर खेला” में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सुहागिन महिलाओं ने मां दुर्गा को सिंदूर लगाने के बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर मां दुर्गा से अखंड सुहाग की कामना की. इस दौरान निरसा काली मंदिर व गांधी बाजार दुर्गा मंदिर में दशमी पूजा के बाद महिलाओं में सिंदूर खेला को लेकर विशेष उत्साह देखा गया. सभी सुहागिन महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर शुभकामनाएं दीं. इसके बाद घट विसर्जन की शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग बांग्ला डीजे की धुन पर थिरकते हुए गाजे-बाजे के साथ शामिल हुए. शोभायात्रा जामताड़ा रोड होते हुए पीठाकियारी स्थित तालाब तक पहुंची, जहां पुरोहितों ने पूरे विधि-विधान से घट विसर्जन कराया. निरसा के खुदिया सेंट्रल पूल, लखीमाता व चापापुर कोलियरी, पोद्दारडीह, कंचनडीह दुर्गा मंडप में भी महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं दीं और मां दुर्गा की विदाई के साथ इस पर्व का समापन किया. निरसा बंगला स्कूल के पास से निकली विसर्जन शोभायात्रा में बबलू दास, जितेन दास, विजय सिंह, मुरली साव, अशोक साव, फोटिक दास, कृष्णा गोपाल बनर्जी, सरबनी बनर्जी, प्रिया बनर्जी, लिपि मंडल, सरबनी दत्त आदि शामिल थे.
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