नाबालिग से दुष्कर्म मामलों की बाल संरक्षण टीम ने की जांच
Dhanbad : झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की दो सदस्यीय टीम गुरुवार को धनबाद पहुंची. टीम ने धनबाद में हाल में नाबालिग लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म के मामलों की जानकारी ली और पुलिस पदाधिकारियों को जरूरली निर्देश भी दिए. पीड़िताओं से मिलने व जांच के बाद टीम ने कहा कि ऐसा लगता है कि दुष्कर्म करने वालों में पुलिस का डर पूरी तरह खत्म हो गया है. टीम की सदस्य आभा वीरेंद्र अकिंचन व रूचि कुजूर ने धनबाद के परिसदन में अधिकारियों के साथ बैठक की. पिछले दिनों हुए नाबालिग के साथ गैंग रेप, शारीरिक यातना, लापता बच्चों से संबंधित केस का निपटारा में तेजी के लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को दिशा-निर्देश दिए. टीम ने सरायढेला स्थित बाल सुधार गृह पहुंचकर वहां रह रही पीड़िताओं से जानकारी ली.
धनबाद की घटनाएं शर्मसार करने वाली : अंकिचन
आयोग की सदस्य डॉ. आभा वीरेंद्र अंकिचन ने कहा कि धनबाद में हाल में घटी नाबालिग के साथ गैंग रेप की दो घटनाएं शर्मसार करने वाली हैं. आयोग पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए प्रयासरत है. ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिये पुलिस,शिक्षा व अन्य विभागों को संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों में पुलिस का भय खत्म हो गया है. डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर दीपक कुमार ने कहा कि दोनों मामले में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले की जांच जारी है. एक आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर है, उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. मौके पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विजय कुमार, सदस्य सीडब्लूसी ममता अरोरा समेत अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे.
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