Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर मंगलवार 7 फरवरी की शाम डीआरडीए सभागार में उप विकास आयुक्त (डीडीसी) शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में 10 से 25 फरवरी तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर बीडीओ, एमओआईसी एवं सीडीपीओ प्रशिक्षण समिति, निगरानी समिति एवं सत्यापन समिति का गठन कर सुनिश्चित करें कि हर व्यक्ति स्वस्थ रहने के लिए दवा का सेवन करें. पूर्व में जहां इस रोग के मामले प्रकाश में आए हैं उसे चिन्हित कर वहां विशेष ध्यान केंद्रित करें.
11 से 25 फरवरी तक घर-घर खिलाई जाएगी दवा
डीसीसी ने कहा कि 10 फरवरी को जिले के 2231 बूथ पर 4306 स्वयंसेवक द्वारा 26 लाख से अधिक लोगों को अपने सामने दवा खिलाने का लक्ष्य है. अभियान को सफल बनाने के लिए 332 सुपरवाइजर भी क्रियाशील रहेंगे. छूटे हुए लोगों को 11 से 25 फरवरी तक प्रशासक द्वारा घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की खुराक किलाई जाएगी. दवा खिलाने के लिए माइक्रो प्लान का बारीकी से अध्ययन करें. माइक्रो प्लान के अनुसार क्षेत्र में जाकर लोगों को दवा खिलाएं.
इन्हें नहीं दी जाएगी दवा
सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने कहा कि फाइलेरिया एक वेक्टर जनित लाइलाज तथा दूसरी सबसे बड़ी दिव्यांगता पैदा करने वाली बीमारी है. यह गंदे पानी में पनपने वाले संक्रमित मादा क्युलेक्स मच्छर के द्वारा काटने से फैलती है. यह जानलेवा बीमारी नहीं है, लेकिन इससे शरीर में विकृति पैदा होती है. इसलिए ऐसे मरीज को दवा का सेवन करना जरूरी है. एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अत्यंत वृद्ध व गंभीर बीमार व्यक्तियों को दवा की खुराक नहीं दी जाएगी.
बैठक में ये लोग थे मौजूद
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी प्रेम कुमार तिवारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप, वीबीडी रमेश कुमार, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के एसएमओ डॉ अमित तिवारी सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी एमओआईसी, सभी सीडीपीओ व अन्य लोग मौजूद थे.