Dhanbad : झारखंड राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की राज्य सामान्य परिषद की बैठक 28 अगस्त को सदर अस्पताल, धनबाद (Dhanbad) के लेक्चर हॉल में हुई. नव मानोनीत प्रदेश महामंत्री संजुत कुमार साहय ने कहा कि झारखंड में संविदा कर्मियों की दयनीय स्थिति है. धनबाद जिले मे डीएमएफटी कर्मचारियों का वेतन 5-5 महीने वेतन से लंबित है.वेतन बढ़ाने की बजाय उन्हें आउटसोर्सिंग में करने की धमकी दी जाती है. सीएचओ के इंसेंटिव के नाम पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने सरकार से इन्सेंटिव को मूल मानदेय में समायोजित करने की मांग की.
उन्होंने कहा कि बीटीटी सहिया के मानदेय में विसंगति है. स्वास्थ्य, शिक्षा या कृषि-पशुपालन विभाग, हर जगह कर्मियों का आर्थिक शोषण हो रहा है. जबकि सर्वोच्च न्यायालय ने 10 वर्षों से कार्यरत अनुबंध कर्मियों को नियमित करने का अदेश दिया है. इन विसंगतियों से संबंधित 25 सूत्री मांगों को लेकर 11 अक्टूबर को सभी जिलों में प्रस्तावित साहूहिक धरना व 7 नवंबर की राज्य स्तरीय रैली को सफल बनाने का आह्वान किया.
महामंत्री पद पर संजुत कुमार के नाम की संपुष्टि
इससे पहले प्रदेश महामंत्री के पद पर संजुत कुमार साहय के नाम की संपुष्टि करते हुए उन्हें पत्र सौंपा गया. बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष कुमुद सिन्हा ने की. मौके पर नरेश राव, दिलिप साह, शंकर दशौंधी, अमरनाथ सिह, वीरेन्द्र कुमार सिंह, सुशंत कुमार साहू, वशिष्ठ कुमार सिंह, रवीन्द्र तिवारी, रूपलाल महतो, उदयशंकर झा, धीरेन्द्र प्रसाद, बिन्देश्वर पासवान, उत्तम सिन्हा, उमेश चौधरी,अनूप कुमार आदि उपस्थित थे.
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