Dhanbad : न्यू युवा ग्रामीण एकता मंच (जेपीडी) के बैनर तले ग्रामीणों ने 7 अक्टूबर को 15 सूत्री मांग को लेकर टाटा स्टील जामाडोबा का वाशरी गेट जाम कर धरना दिया. टाटा स्टील झरिया डिवीजन के खिलाफ नारेबाजी भी की. धरने का नेतृत्व कर रहे रामप्रसाद सिंह ने कहा कि टाटा स्टील प्रबंधन सरकारी नीतियों का उल्लंघन कर रहा है. स्थानीय युवाओं को 75 प्रतिशत रोजगार देना ही होगा.
उन्होंने कहा कि टाटा स्टील ने नरेश इंटरप्राइजेज ट्रांसपोर्टर एवं यूनिवर्सल कम्पनी में एक भी ग्रामीण युवाओं को नही रखा है. जबकि ग्रामीणों में तकनीकी जानकारी वाले बेरोजगारों की भरमार है. नई वाशरी के निर्माण काल से ही ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं, परन्तु किसी को रोजगार नही मिला. कम्पनी सर्फ घोषणा करती हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ अलग है. उन्होंने कंपनी में कार्यरत मजदूरों को पीएफ नंबर देकर वेतन बैंक खाते में भेजने, मेडिकल सुविधाएं देने, गंभीर बीमारी में परिजनों को भी इलाज की सुविधा देने की मांग की. ट्रांसपोटिंग ठप होने से कंपनी का लाखों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है. अप्रिय घटनासे से निपटने के लिए दंडाधिकारी के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. धरना पर बैठने वालों में शिव कुमार महतो, विक्की महतो, प्रकाश महतो, दिनेश महतो, राकेश महतो, दिनेश सिंह, अरुण महतो आदि शामिल थे.
यह भी पढ़ें : धनबाद : कार्मिक नगर में 8 से 15 अक्टूबर तक भागवत कथा का रसपान करेंगे लोग