Dhanbad : किसान मोर्चा के नेता खेम लाल के पुलिस हिरासत में होने की खबर सुन उनकी 65 वर्षी दादी जोगनी देवी की मौत 14 अप्रैल की सुबह हो गई. मौत की खबर सुनते ही परिजन और स्थानीय लोगों का गुस्सा एक बार फिर परवान चढ़ा और सभी भौरा थाना में जुट गए. लोगों ने थाना प्रभारी को मौत का जिम्मेदार बताते हुए थाना का घेराव कर दिया. खेम लाल की मां वंदना देवी का कहना है कि 14 अप्रैल की सुबह जैसे ही उनकी सास को पता चला कि भौरा पुलिस 13 अप्रैल की रात धरना स्थल से खेम लाल को पकड़ कर थाना ले गई, वह सदमें में आ गई. सुबह होते होते उनकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि पुलिस और बीसीसीएल की मनमानी के कारण यह हादसा हुआ है.
बीसीसीएल ने पहले जमीन ली, अब ले रही जान
अपनी जमीन के बदले नियोजन और मुआवजे की मांग को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन किया. मांगें पूरी नही हुई, तो 13 अप्रैल को फिर धरना पर बैठे थे. लेकिन पुलिस अपनी दबंगई दिखाते हुए धरना स्थल से किसान मोर्चा के नेताओं को उठाकर थाना ले गई. इसके बाद ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल ने पहले जमीन ली और अब जान ले रही है. ज्ञातव्य है कि गुरुवार 14 अप्रैल को धरना पर बैठे तीन किसान नेताओं को हिरासत में लेने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए भौंरा थाना में प्रदर्शन किया और नेताओं को छोड़ने की मांग की. इसी बीच गिरफ्तार किसान नेताओं में एक खेमलाल की दादी की मौत की खबर आ गई.
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