मानसून में बढा मलेरिया व डेंगू का खतरा, बचाव के लिए चलेगा संयुक्त अभियान
Dhanbad : मानसून की शुरूआत के साथ जिले मे मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. राहत की बात यह है कि इन खतरनाक बीमारियों से निपटने के लिए नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है. पिछले कई वर्षों से मैन पावर की कमी से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग ने इस वर्ष नगर निगम के साथ मिलकर मलेरिया व डेंगू के प्रभावित क्षेत्रों में संयुक्त अभियान चलाने का निश्चय किया है. स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया. जुलाई माह डेंगू व मलेरिया के जीवाणु के लिए अनुकूल होता है. मानसून में नमी बढ़ जाती है, जिस कारण नालियों, बगीचों व छत पर जलजमाव होता है, जिसमें मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर पनपते हैं. जुलाई-अगस्त व सितंबर में मच्छर काफी तेजी से पनपते हैं. ही वह समय है, जब अस्पतालों में मरीजों की गिनती बढ़ जाती है. परंतु कुछ सावधानियों के साथ इन खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है. सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा का कहना है कि विभाग के पास मैनपावर की कमी के कारण मलेरिया की रकथाम के लिए कोई ठोस अभियान नहीं चलाया जा रहा था. परंतु अब नगर निगम के साथ मिल कर स्वास्थ्य विभाग इन बीमारियों की रोकथाम करेगा उन्होंने कहा कि संयुक्त टीम प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना करेगी और साफ-सफाई के बारे में लोगों जागरूक करेगी. उन्होंने लोगों से अपील की है कि डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए अपने घर के आस-पास नालियों, गमलों, खाली पड़े बर्तनों, कूलर, फ्रिज और एसी की सफाई करते रहें. आस-पास जमे गंदे पानी में दवा तथा काले तेल का इस्तेमाल करें, जिससे मच्छर का लारवा पैदा होने से पहले ही नष्ट हो जाए. उन्होंने बताया कि अगर किसी को बुखार, खांसी, बदन टूटने दर्द, गले में खराश, आवाज में परिवर्तन, सिर दर्द, चमड़ी पर दाने की शिकायत हो तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें. अपनी मर्जी से किसी दवा का इस्तेमाल करने से बचें. [wpse_comments_template]
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