alt="" width="150" height="150" />तीन करोड़ की शराब: उत्पाद विभाग ने जिले की सभी 128 दुकानों को स्टॉक उपलब्ध करा दिया है. माना जा रहा है कि देशी - विदेशी शराब की बिक्री लगभग 3 करोड़ रुपए की रहेगी. शराब दुकानदारों का कहना है- कोरोना के कारण पूंजी में कमी आई है. अधिक पूंजी नहीं लगा सके. इसलिए स्टॉक कम है. बाजार भी पहले जैसा नहीं है. पहले लाइन लग कर लोग शराब खरीदते थे, लेकिन अब वह बात नहीं है. उत्पाद आयुक्त उमाशंकर सिंह ने कहा -दुकानदारों के पास पूंजी की कमी है. 31 मार्च तक स्टॉक भी खत्म करना है, इसलिए कम उठाव हुआ है. नकली शराब के कारोबार को रोकने के लिए दो टीमें बनाई गई हैं. मटन - चिकन: होली पर मटन-चिकन बाजार भी 3 करोड़ का माना जा रहा है. खस्सी के एक खुदरा दुकानदार ने बताया- एक दुकानदार 10 लाख का खस्सी का कारोबार करता है जबकि मुर्गा का एक खुदरा दुकानदार 5 लाख का कारोबार करता है. जिले में लगभग 200 खस्सी के खुदरा दुकानदार हैं और लगभग 200 मुर्गा के भी खुदरा दुकानदार हैं. इस तरह लगभग तीन करोड़ का कारोबार होगा. दुकानदारों के अनुसार मटन - चिकन 15 से 20 प्रतिशत महंगा हुआ है.
alt="" width="150" height="150" />अबीर-रंग- पिचकारी : बरटांड में 6 अबीर- रंग और पिचकारी की दुकान है. एक दुकानदार ने बताया कि 100 बोरा अबीर और 50 किलो रंग की बिक्री हुई है. एक दुकानदार औसतन 10 लाख का व्यापार करता है. जिले में लगभग 50 थोक दुकानदार हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि रंग-अबीर और पिचकारी का 5 करोड़ का व्यापार होगा. मेवा और अन्य : लगभग तीन करोड़ का मेवा और अन्य सामान बिकेंगे. इस तरह धनबाद में लगभग 15 करोड़ की होली होगी. यह भी पढ़ें : झमाडा">https://lagatar.in/dhanbad-jhamadas-dependents-will-not-celebrate-holi-the-movement-will-continue/">झमाडा
के आश्रित नहीं मनाएंगे होली, जारी रहेगा आंदोलन [wpse_comments_template]

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