Dhanbad : धनबाद ( Dhanbad) वर्ष 2017 में हुई होमगार्ड बहाली को गृह विभाग ने रद्द कर दिया है. इस आदेश के विरोध में रविवार 19 जून को अभ्यर्थियों ने गोल्फ ग्राउंड में बैठक की और आंदोलन की रणनीति बनाई. अभ्यर्थियों का कहना था कि गड़बड़ी दूसरी लिस्ट में हुई थी तो पहली लिस्ट के अभ्यर्थियों की बहाली क्यों रद्द कर दी गई. मामला अभी कोर्ट में चल रहा है और अगली सुनवाई 30 जून को है. बावजूद बहाली रद्द करने का आदेश गैर संवैधानिक है.
आंदोलन के बाद ली थी न्यायालय की शरण
अभ्यर्थी आजाद चौधरी ने बताया कि कुल 1028 होमगार्डों की बहाली हुई थी. पहली सूची में 735 अभ्यर्थी शामिल थे. लिस्ट में न कोई गड़बड़ी और न कोई अनियमितता हुई थी. बहाली प्रक्रिया के बाद चयनित लोगों की ट्रेनिंग शुरू नहीं की जा रही थी. इस मांग को लेकर अभ्यर्थी जिले के उपायुक्त, एसएसपी, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री से भी मिले थे. लेकिन ट्रेनिंग शुरू नहीं की गई. फिर न्यायालय की शरण में गए. 3 अप्रैल 2021 से अब तक न्यायालय में 6 बार सुनवाई हो चुकी है. अगली सुनवाई 30 जून को होनेवाली थी.
न्यायालय की अवहेलना से अभ्यर्थी हताश
कहा कि न्यायालय ने कभी भी बहाली प्रक्रिया पर सवाल नहीं उठाया. सभी दलील से न्यायालय संतुष्ट है, फिर भी न्यायालय की अवहेलना करते हुए विभाग ने बहाली रद्द करने का आदेश दिया. अभ्यर्थी अब हताश हैं और आत्महत्या की भी बात कर रहे हैं. क्योंकि 4 साल से सभी बहाली को लेकर परेशान हैं.
दूसरी बहाली में पैसे के लेनदेन का लगा था आरोप
जानकारी हो कि पहले 2016 में 776 होमगार्ड जवानों की बहाली निकाली गई थी. विवाद होने के बाद उसे रद्द कर दिया गया था. उसी बहाली के आधार पर वर्ष 2017 में फिर से सूची निकाली गई, जिसमें 1068 जवानों की बहाली प्रक्रिया शुरू की गई. पहली लिस्ट में 735 अभ्यर्थी थे. शेष दूसरी लिस्ट में थे. दूसरी बहाली में कई गड़बड़ियां सामने आई थी. पैसे के लेन देन का ऑडियो भी वायरल हुआ था. बहाली की वीडियोग्राफी भी नहीं मिल सकी थी. अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग रुकी पड़ी थी और अंत में बहाली को रद्द करने का आदेश दे दिया गया.
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