संस्थान के वैज्ञानिकों ने स्क्रैप को रिसाइकल करने के आइडिया के साथ विकसित किया मोबाइल एप्लीकेशन
Dhanbad : मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग कर स्क्रैप (कचरे) को रिसाइकल व रियूज कर उन्नत सामग्री बनाने के लिए गाइड करने का आईआईटी-आईएसएम धनबाद के वैज्ञानिकों का आइडिया नीति आयोग ने लाइफ ग्लोबल कॉल फॉर आइडिया एंड पेपर के तहत शीर्ष 75 आइडियाज में चुना है. इस उपलब्धि से आईआईटी प्रबंधन में खुशी की लहर है. सभी आइडिया विकसित करने वाले वैज्ञानिकों को बधाई दे रहे हैं.
पर्यावरण संरक्षण के लिए वेस्ट मैटेरियल का दोबारा उपयोग जरूरी : डॉ. अजय
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अपने प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए संस्थान के डॉ. अजय भंडारी ने बताया कि वर्तमान समय में ऊर्जा के समुचित उपयोग और पर्यावरण संरक्षण के लिए वेस्ट मटेरियल का दोबारा उपयोग आवश्यक है. उन्होंने आम लोगों व छोटे-मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए मोबाइल एप्लीकेशन से जुड़ने की बात कही. उनके द्वारा बनाया गया एप्लीकेशन स्क्रैप को उन्नत सामग्री में प्रभावी ढंग से विकसित करने के लिए मार्गदर्शन करेगा. लंबी अवधि में उनका एप्लीकेशन सभी में व्यावहारिक बदलाव लाने में कामयाब रहेगा.
67 देशों से 2538 मिले थे आईडिया
नीति आयोग को इस इवेंट के लिए 67 देशों से कुल 2538 आइडियाज के प्रपोजल मिले थे. आईआईटी-आईएसएम के आइडिया को दो कठिन राउंड के बाद टॉप 75 आइडियाज में चुना गया है. डॉ. अजय भंडारी ने बताया कि उन्होंने नवंबर 2022 में फर्स्ट फेज जबकि मार्च 2023 में सेकेंड फेज की चयन प्रक्रिया पार की.
टीम में आईआईटी धनबाद के दो और हैदराबाद का एक वैज्ञानिक शामिल
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टीम में आईआईटी-आईएसएम के डिपार्टमेंट ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अजय भंडारी और फ्यूल मिनिरल्स एंड मेट्रोलॉजिकल इंजीनियरिंग के डॉ. राहुल एमआर के साथ मैटेरियल्स साइंस एंड मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ऑफ आईआईटी हैदराबाद के डॉ. अशोक कामराज शामिल हैं.
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