Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) इस भीषण गर्मी में कोई बीमारी हो जाए और अगर सदर अस्पताल जाना पड़े तो पानी की बोतल और हाथ पंखा घर से लेकर चलना मजबूरी है. क्योंकि सदर अस्पताल सरकारी है और वहां सारी व्यवस्था राम भरोसे चलती है. सरकारी बिजली आंख मिचौनी का खेल खेलती रहती है, जिसका खामियाजा मरीजों व उनके परिजनों को भुगतना पड़ता है. अस्पताल में जनरेटर है, मगर वह चलता नहीं है. इन्वर्टर भी देर सबेर काम करता है या फिर चुपचाप पड़ा रहता है. अस्पताल में अधिकतर पंखे भी खराब पड़े हैं. बिजली के जाते ही अस्पताल में अंधकार का राज हो जाता है. अस्पताल परिसर में मरीजों व परिजनों के लिए लगा ठंडे पानी का फ्रीजर भी अपने स्वभाव के विपरीत गर्म पानी उगल रहा है. हर तरफ गर्मी पैर फैलाए हुए है और राहत की सारी सामग्री या तो खराब पड़ी है या फिर जरूरत के हिसाब से नाकाफी है.
सूत्रों की मानें तो वार्ड के आधे से अधिक पंखे खराब पड़े हैं. अस्पताल में लगे ठंडे पानी का फ्रीजर अब गर्म पानी उगल रहा है. सदर अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन दिनेश गुप्ता बताते हैं कि अस्पताल में बिजली की भारी समस्या है. बिजली चली गई तो जनरेटर भी नहीं चलाया जाता है.. इन्वर्टर अस्पताल का लोड नहीं उठा पा रहा है. ऐसी हालत में मरीजों के पंखे बंद कर दिये जाते हैं. नतीजतन मरीज के साथ परिजनों को भी रात सो कर नहीं, बैठ कर गुजारनी पड़ती है. ठंडा पानी पीना हो तो बोतल खरीदने के अलावा कोई चारा नहीं. हालांकि अस्पताल के उपाधीक्षक संजीव प्रसाद का कहना है बिजली की समस्या से मरीजों को थोड़ी परेशानी हो रही है. परंतु जल्द ही इसका निदान हो जाएगा.