धनबाद : ट्रैफिक जाम की विकट परिस्थिति से शहर त्रस्त है. सर्वाधिक बुरी स्थिति संकरे गया पुल की है. यह पुल शहर के दो प्रमुख भागों को जोड़ता है. आज इसकी स्थिति इतनी खराब हो गयी है कि कतरास, केंदुआ, करकेंद से बैंक मोड़ होते हुए वाहन जैसे ही गया पुल पहुंचते हैं, रेंगने लगते हैं. गया पुल पर गाड़ियों की रफ्तार थम सी जाती है. गया पुल की टूटी-फूटी सड़कों पर गाड़ियां हिचकोले खाती जैसे तैसे आगे बढ़ती हैं. इस कारण शहर की मुख्य सड़क गया पुल पर रोज भयंकर जाम की स्थिति बनी रहती है. शहर की प्राय: सभी सड़कों का हाल बुरा है. आम नागरिकों को रोजमर्रा की जिंदगी में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. विनोद बिहारी चौक से मेमको मोड़ तक निर्माणाधीन आठ लेन सड़क की स्थिति भी कमोबेश यही है. धनबाद रेलवे स्टेशन के समीप गया पुल शहर की सबसे बड़ी समस्या है. शहर के बीच से हावड़ा-धनबाद-गया रेल लाइन गुजरती है. गया पुल के अंदर से ही धनबाद शहर में रेल लाइन के उत्तर और दक्षिण में जाने का रास्ता खुलता है. यह पुलिया काफी संकीर्ण है. 20 साल से यहां रेल ओवर ब्रिज बनाने की बात हो रही है. झारखंड सरकार, धनबाद के जनप्रतिनिधि और अधिकारी मिलकर न तो रेल ओवर ब्रिज बना पाए हैं और न ही एक वैकल्पिक रास्ता खोल सके हैं.
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