बीआईटी सिंदरी में ‘इंजीनियरिंग ए रेजिलीएंट फ्यूचर : स्ट्रॉंगर, स्मार्टर, सेफर’ थीम पर मना 56वां इंजीनियर्स डे
Sindri : बीआईटी सिंदरी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग और इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया धनबाद लोकल सेंटर ने संयुक्त रूप से बीआईटी सिंदरी में शुक्रवार 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे पर कार्यक्रम आयोजित किया. ‘इंजीनियरिंग ए रेजिलीएंट फ्यूचर : स्ट्रॉंगर, स्मार्टर, सेफर’ थीम पर आधारित 56वें इंजीनीयर्स डे कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के संयुक्त सचिव जॉर्ज कुमार शामिल हुए. विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जॉर्ज कुमार ने कहा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना गर्व की बात है.
कार्यक्रम की शुरुआत पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलित और डॉ.एम.विश्वेश्वरैया की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया. संस्थान निदेशक डॉ.पंकज राय ने इंजीनियरों की क्षमताओं की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा वैश्विक परिवर्तन के प्रयासों को पटल पर रखा. सिविल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष डॉ.जीतू कुजूर ने इंजीनियरिंग में असीमित संभावनाओं की जानकारी दी. डॉ विक्रमा पांडेय और सह प्राध्यापक डॉ.माया राजनारायण रे ने इंजीनियर्स डे के थीम पर विस्तृत जानकारी दी. आईईआई धनबाद लोकल सेंटर सचिव डॉ.विश्वजीत पॉल ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया.
तकनीकी सत्र में आईआईटी आइएसएम धनबाद के प्राध्यापक सह मुख्य वक्ता डॉ.एसके गुप्ता ने अपने अनुसंधान पर आधारित प्रस्तावना पेश की. इसमें सम्मिलित नदी स्वास्थ्य जांच प्रणाली की विस्तृत चर्चा हुई. डॉ गुप्ता ने एप्लिकेशन के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें प्रदूषण और बाढ़ की पूर्व चेतावनी विवरण दिए गए हैं.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्थान निदेशक डॉ. पंकज राय, डॉ जितू कुजुर, टेक्नो इंडिया विश्वविद्यालय कोलकाता के वर्तमान निदेशक व पूर्व आईईआई सचिव डॉ.एमके चंद्र, आईईआई धनबाद लोकल सेंटर सचिव डॉ.विश्वजित पॉल, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.विक्रमा पांडेय, निपेन कुमार दास, डॉ.बीडी यादव, डॉ.अभिजीत आनंद, प्रशांत रंजन मालवीय सहित सभी डीन, विभागाध्यक्ष, सिविल इंजीनियरिंग के प्राध्यापक और विद्यार्थी शामिल रहे.
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