Dhanbad/ Ranchi : नाम - संतोष महतो, पार्ट टाइम काम- नेतागिरी, गांव - राधा नगर, प्रखंड - बाघमारा, जिला- धनबाद, परिचय- धनबाद जिला परिषद का सदस्य, बीजेपी के युवा नेता, पूर्व मंत्री जलेशवर महतो का रिश्तेदार, पूर्व विधायक कुंती सिंह की अगुआई वाले जनता मजदूर संघ का पदाधिकारी और काम- रेलवे और झमाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी. ठगी का यह काम दस वर्षों से जारी है. इस अवधि में संतोष महतो ने दस करोड़ से ज्यादा की ठगी की है. अब जाकर ठगी की पोल खुली है. लोग एक- एक कर सामने आ रहे हैं.
राजेश कुमार ने गवाएं ग्यारह लाख
कतरास के अंगारपथरा के निवासी राजेश कुमार सिंह ने लगातार को बताया कि जिला परिषद सदस्य संतोष महतो ने झारखंड खनिज विकास प्राधिकार {झमाडा} में नौकरी दिलाने के नाम पर ग्यारह लाख रुपए ले लिए. बात 2019 की है. संतोष महतो संपर्क में आए. झांसा दिया. उनके भाई राजेश कुमार और साकेत कुमार को नौकरी दिलाने के नाम पर ग्यारह लाख ठग लिए. राजेश कुमार सिंह ने खूब चक्कर काटे. लेकिन, न नौकरी मिली न रुपया. हारकर पिछले माह सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई. पुलिस संतोष महतो के महुदा स्थित आवास में छापेमारी करने गई. लेकिन, वह मौके से फरार था . यह अलग बात है कि हर सप्ताह समाचार पत्रों में बाबूलाल मरांडी सहित बड़े - बड़े नेताओं के साथ संतोष महतो की तस्वीर छप जाती है. फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाकर करता है शिकार : राजेश कुमार ने बताया कि संतोष महतो फर्जी नियुक्ति पत्र देता है. फर्जी नियुक्ति पत्र, माडा मुख्यालय, रांची, झारखंड सरकार के नाम से देता है. जिसमें लिखा रहता है कि सहायक लिपिक के पद पर नियुक्ति हेतु आप सफल हुए हैं. बाद में संतोष महतो नियुक्ति पत्र वापस ले लेता है. कई लोगों ने लगातार को फर्जी नियुक्ति पत्र की फोटो कॉपी दी है. पुलिस में था : संतोष महतो पहले पुलिस में सिपाही था. वहां भी गड़बड़ी की थी. इसके बाद नौकरी चली गई . जारी - { आगे पढें - कैसे बहादुर सिंह ने गवाएं सात लाख } [wpse_comments_template]
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