Dhanbad: झारखंड खनिज विकास प्राधिकार कार्यालय के समक्ष रिटायर्डकर्मी भूख हड़ताल पर बैठ गये. उन्होंने विभाग के प्रभारी सचिव के खिलाफ प्रतड़ित करने का आरोप लगाया. भूख हड़ताल पर बैठे रिटायर्डकर्मियों ने बताया कि प्रबंध निदेशक समेत जिले और राज्य के तमाम वरीय अधिकारियों को इससे संबंधित पत्र जारी किये गये हैं.
जामाडोबा निवासी राम प्रवेश सिंह बताया कि विभाग के प्रभारी सचिव अपने कार्यबोझ से इतने दबे हुए हैं कि वे प्रशासनिक कार्य में असफल रहे हैं. आंदोलनरतकर्मी का पक्ष है कि विभाग ने नौ रिटायर्डकर्मी को सामूहिक रूप से क्वार्टर आवंटित किया था. इसके एवज में 29 नवंबर 2000 को आधार मानकर दण्डात्मक किराया की कटौति एवं सभी पावनाओं को रोकने की धमकी दी गई है. यह उनके साथ अन्याय है. लगभग 25 से 26 लाख रुपया झमाडा की ओर से बकाया है. इसका अविलंब भुगतान करने की हमारी मांग है.
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आवाज उठाने की सजा
रिटायर्डकर्मिंयों का आरोप है कि उन्हें जनता मजदूर संघ, झमाडा इकाई का सक्रिय सदस्य होने के नाते पदाधिकारियों के समक्ष आवाज उठाने के कारण ही प्रताडित किया जा रहा है. प्राधिकार के ऐसे कई कर्मचारी हैं, जो सेवानिवृत होने के पश्चात अपने समी पावनाओं का पूर्ण भुगतान ले चुके हैं. इसके बाद भी आवास में रह रहे हैं. उनका आवास खाली नही कराया गया है. उनकी न तो दण्डात्मक किराया की कटौति की गई और न ही आवास खाली कराया गया है. जबकि उन्हें सेवानिवृति का मात्र प्रथम किस्त ही भुगतान किया गया है.
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