आने - जाने वाले रास्ते में भूमिगत आग
2014 में 22 हेक्टर जमीन पर 12 करोड़ की लागत से पार्क बनाया गया . करीब तीस हजार पौधे लगाए गए .पार्क में रोजाना 40 बीसीसीएल कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई. कड़ी मशक्कत के बाद प्रबंधन ने पार्क का प्रारूप तैयार किया .पार्क के पास मंदिर व तालाब भी बनवाया गया. लेकिन अब गोकुल पार्क की हरियाली समाप्त होने लगी है . नए वर्ष में सैलानी भी आना पसंद नहीं करते हैं. गोकुल पार्क आने - जाने वाले रास्ते में भूमिगत आग के कारण धुंआ निकलता रहता है. बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से पार्क जाने वाले रास्ते के गेट पर भी ताला लगा दिया गया है . इस तरह एक पार्क की मौत हो रही है . यह भी पढें : धनबाद">https://lagatar.in/eyes-seen-people-came-to-bathinda-fall-but-less-the-administration-was-also-attentive/">धनबादके भटिंडा फॉल पर लोग आए पर कम, प्रशासन भी था चौकस [wpse_comments_template]

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