Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) कृषि बिल के विरोध में हड़ताल कर रहे खाद्यान्न व्यवसायियों से मिलने झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह 16 फरवरी को कृषि बाजार पहुंची. बाजार परिसर में आंदोलन कर रहे व्यवसायियों से मिली व विधेयक से संबंधित व्यवसायियों की परेशानी को जाना-समझा. विधायक ने कहा कि सरकार द्वारा पारित कोई भी विधेयक आम जनता के फायदे के लिए ही होता है. हालांकि बिल का सही आकलन जरूरी है. देखना होगा कि इस बिल से व्यवसायियों को फायदा होगा या किसानों को या फिर राज्य सरकार को. विधायक ने व्यवसायियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ कृषि मंत्री बादल पत्र लेख से मुलाकात करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा है कि कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद ही बिल का सही आकलन किया जा सकता है. तभी इस समस्या का समाधान भी होगा.
विधायक को अपनी समस्या सुनाते हुए कृषि बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव विकास कंधवे ने कहा कि वर्ष 2015 में रघुवर सरकार ने इस बिल को समाप्त कर दिया था. तब झारखंड में 78 राइस मिल होती थी. वर्तमान में इन मिलों की संख्या बढ़ कर 178 हो गयी. उन्होंने कहा कि अगर सरकार यूं ही व्यवसायियों पर तरह-तरह के टैक्स लगाती रहेगी तो जिस तरीके से राइस मिल बढ़े हैं, उसी तरह घटने भी लगेंगे.
जिला चेंबर के अध्यक्ष चेतन गोयनका ने कहा कि बिल का फायदा तो सरकार को नहीं मिलेगा, नुकसान जरूर होगा. व्यवसायी अब पास के पड़ोसी राज्यों में जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं. अगर सरकार बिल को निरस्त नहीं करती है तो व्यवसायी बंगाल, उड़ीसा और बिहार चले जाएंगे. राज्य सरकार को व्यवसायियों से मिलने वाला टैक्स भी छिन जाएगा.
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