Dhanbad : नाटो समस्या का नाम है, समाधान का नहीं. यूक्रेन और रूस के बीच हो रही जंग तत्काल बंद हो. इस जंग में अमेरिका और नाटो की दखलंदाजी भी नहीं हो. बातचीत के जरिये इसका जल्द से जल्द हल निकाला जाए. उक्त बातें धनबाद के गांधी सेवा सदन में संघर्षशील परिवर्तन समिति के 12वें स्थापना दिवस पर आए भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भटाचार्य ने कही.
उन्होंने कहा कि भारत को युद्ध का विरोध डट कर करना चाहिए. भारत को अपनी पहल कदमी और तेज करनी चाहिए और अपनी हैसियत के अनुसार रूस और शेष देशों से जो उनकी पहचान औरर सम्पर्क में है, उसका इस्तेमाल युद्ध को रोकने के लिए करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे भरतीय नौजवानों की भी जल्द से जल्द वापसी हो.
उन्होंने कहा कि निजीकरण की दिशा बिल्कुल गलत है. मार्च के अंत मे देश के मजदूरों ने दो दिन की हड़ताल का एलान किया है, जिसका समर्थन करता हूं. उन्होंने कहा कि राष्ट्र की संपत्ति को किराए पर लगाना या बेचना बिल्कुल गलत है. यह नीति देश को आगे बढाने की नही, पीछे धकेलने और कमजोर करने की है. उन्होंने कहा कि आज जो आर्थिक संकट, भयंकर बेरोजगारी है, उसके पीछे निजीकरण नीति ही है. निजीकरण नीति बंद होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो 70 वर्षो में नहीं हुआ, वह अब हो रहा है.
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