- मां दुर्गा के जयकारे गूंजे
- श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
Dhanbad : कोयलांचल में सोमवार की सुबह शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि पर परंपरागत नवपत्रिका पूजन पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ .सूर्योदय से पहले नदी व पवित्र जलस्रोतों में नौ प्रकार की पत्तियों से बने गुच्छे का स्नान कराया गया, जिसे महास्नान कहा जाता है. इसके बाद नवपत्रिका को लाल-पीले पाट की साड़ी पहनाकर नववधू के रूप में सजाया गया और पूजा पंडाल में स्थापित किया गया.

हर पत्ते देवी के अलग स्वरूप का प्रतिनिधित्व करते
आचार्य हेमंत झा ने बताया कि नवपत्रिका को मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का प्रतीक माना जाता है. इसमें केला, कच्ची हल्दी, जौ, बेलपत्र, अनार, अशोक, अरूम और धान के पत्तों का उपयोग होता है. प्रत्येक पत्ता देवी के एक अलग स्वरूप का प्रतिनिधित्व करता है.
उन्होंने कहा कि श्रृंगार के बाद नवपत्रिका को गणेश प्रतिमा की दाहिनी ओर स्थापित किया गया. इसके बाद मां दुर्गा की प्राण प्रतिष्ठा कर षोडशोपचार पूजा की गई. चंदन, पुष्प और भोग अर्पण कर अनुष्ठान पूरा हुआ. इसके बाद मां दुर्गा की महाआरती के साथ वातावरण भक्तिमय हो उठा और श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया.
श्रद्धालु भक्ति व उत्साह में सराबोर
बता दें कि धनबाद के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्गा पूजा की रौनक चरम पर है. जगह-जगह भव्य पंडाल बनाए गए हैं, जहां मां दुर्गा की प्रतिमाओं का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है. महिला-पुरुष, युवा और बच्चे सभी भक्ति और उत्साह में सराबोर हैं. सप्तमी के पूजन से पूरा माहौल और अधिक पावन और ऊर्जावान हो गया है.

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