जांच टीम ने पूछे कई सवाल, जरूरी फाइलें जब्त कर ले गई साथ
Dhanbad : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) के कुलपति शुकदेव भोई का भविष्य अब राजभवन में कैद हो चुका है. 18 जुलाई मंगलवार को कुलपति के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए उच्चस्तरीय टीम धनबाद पहुंची थी. टीम ने कुलपति से कुछ पूछताछ की व विश्वविद्यालय से जरूरी फाइलें जब्त कर साथ ले गई. जांच टीम रिपोर्ट राजभवन को सौंपेगी. इसके बाद राज्यपाल तय करेंगे कि कुलपति के खिलाफ आरोप किस हद तक सही हैं और उन पर क्या कार्रवाई की जाए. इस बीच कयासों का दौर भी शुरू हो गया है. बावजूद आरोप सही हैं या निराधार, यह जांच रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा.
गौरतलब है कि कार्यभार संभालने के समय से ही कुलपति विवादों में रहे हैं. उन पर बिना निविदा आमंत्रित किए सिर्फ कोटेशन के आधार पर कार्य का आवंटन, वित्तीय अनियमितता, प्रक्रिया का पालन किए बगैर कैंपस में मैन पावर सप्लाई, बिना प्रक्रिया अपनाए बड़े पैमाने पर वस्तुओं की खरीद, प्रक्रिया पूरी किए बिना उत्तर पुस्तिका बाजार में बेच देने, सिटी क्लैप कंपनी को राज्य सरकार से अनुमति लिए बगैर सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराने का लाइसेंस जारी करना, टुंडी, सिदंरी, पीके राय, गोमिया समेत कुछ अन्य कॉलेजों के प्राचार्य, एचओडी और पीजी विभाग के डीन से रुपये लेने, 10 महीने की अवधि में कुल 46 तबादले समेत कई आरोपों की जांच के लिए टीम आई थी.
चार सदस्यीय टीम में 2019 बैच के आईएएस अधिकारी व उच्च शिक्षा विभाग में अवर सचिव सैयद रियाज अहमद, उच्च शिक्षा विभाग के उप निदेशक विभा पांडेय, अधिकारी अनुपम कुमार और उच्च शिक्षा विभाग के ऑडिटर शामिल थे. टीम ने वित्त सलाहकार के कक्ष में वर्तमान व पूर्व रजिस्ट्रार, सीसीडीसी व वित्त अधिकारी से पूछताछ की तथा आरोपों से संबंधित फाइलों को खंगाला. कुलपति शुकदेव भोई व प्रति कुलपति पवन कुमार पोद्दार से भी पूछताछ की. टीम ने अकादमिक भवन और कैंटीन का भी निरीक्षण किया. सायं काल फाइलें साथ लेकर टीम रांची रवाना हो गई.
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