Maithon : केंद्रीय विद्यालय, मैथन में 12 जून सोमवार को फाउंडेशन लिट्रेसी एवं न्यूमरेसी पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई. विद्यालय के प्राचार्य नवेंदु परासर ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि फाउंडेशन लिट्रेसी एवं न्यूमरेसी के तहत जन भागीदारी के लिए लोगों को जागरूक करना है. जी-20 के देशों के शिक्षा मंत्रियों की बैठक 22 जून को पुणे में होगी, जिसमें शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने पर चर्चा की जाएगी.
भारत सरकार ने भी नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशन लिट्रेसी एवं न्यूमरेसी लागू किया है. इसका मूल उद्देश्य सभी बच्चों को पढ़ने और समझ के साथ प्रतिक्रिया करने, स्वतंत्र रूप से समझने के साथ लिखने, संख्या बोध, गणितीय सोच, समस्या समाधान और तर्क विकसित करने में सक्षम बनाना है. इस लक्ष्य को 2026-27 तक हासिल करना है. साथ ही मैक्रो-इकोनॉमिक स्थिरता सुनिश्चित करने, अंतरराष्ट्रीय कराधान को तर्कसंगत बनाने, देशों पर कर्ज के बोझ को कम करने एवं शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए एवं जी-20 की उपलब्धियों से लाभान्वित होने के उद्देश्य को लेकर कार्यशाला आयोजित की गई है.
श्री परासर ने कहा कि भारत सरकार ने लोगों को जागरूक करने के लिए केंद्रीय विद्यालय को जिम्मेदारी दी है. यहां प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है. कार्यशाला में जिलास्तर के करीब 60 विद्यालयों के प्रतिनिधि एवं समाज के गणमान्य लोग मौजूद थे.
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