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धनबाद: कभी सिंह मेंशन का चलता था सिक्का, अब टूट कर बिखर रहा घरौंदा

Rammurti Pathak Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) जब लगा था तीर, तब इतना दर्द नहीं हुआ गालिब, जख्म का एहसास तब हुआ, जब कमान अपनों के हाथ देखी. यह शायरी सिंह मेंशन पर सटीक बैठती है. स्व सूर्यदेव सिंह का बनाया घरौंदा एक एक कर टूटने लगा है. कभी बोलती थी जिनकी तूती, अब गलियारों में चर्चाएं आम हो गई हैं. एक ही परिवार के सदस्य एक दूसरे के विरोधी बन बैठे हैं.

  मजदूरों के बीच दबदबा, परिवार में कलह

मजदूरों में अपना दबदबा कायम रखने वाला जनता मजदूर संघ पारिवारिक लड़ाई में टूट कर कराह रहा है. संघ के कई सदस्यों की मानें तो सभी पहले से ही दो गुट बनने पर संशय में थे. अब तीसरे संघ की स्थापना से और टेंशन में आ गए हैं. कहा जा रहा है कि परिवार के ही अन्य मुख्य सदस्यों की ओर से जल्द ही एक और मजदूर संघ की घोषणा होने वाली है. इस बंटवारे से अब मजदूर वर्ग भी काफी चिंतित है. लोगों की मानें तो सभी संघ के पदाधिकारी सार्वजनिक मंच से किसी भी संघ में स्वेच्छा से रहने की बात जरूर करते हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है.

  समय गुजरने के साथ बढ़ी पावर अपनाने की होड़

बताते हैं कि कोयलांचल में मजदूरों के मसीहा के नाम से विख्यात सूर्यदेव सिंह ने जब मजदूर राजनीति में अपने पैर मजबूती से जमाए थे, तब सिंह मेंशन के रूप में धनबाद का नया पावर सेंटर लोगों के समक्ष स्वरूप में आया था. विक्रमा सिंह, बच्चा सिंह, राजन सिंह, रामधीर सिंह जैसे सरीखे रणनीतिकार माने जाने वाले संयुक्त परिवार ने कोयलांचल को नई ताकत का एहसास कराया था. समय गुजरता गया और धीरे धीरे नई पौध के बीच आपसी वैमनस्यता ने पावर को अपनाने की होड़ में संयुक्त शक्ति को बिखेर कर रख दिया. परिवार के लोग बंट गए, इसके साथ ही मजदूर संघ भी दो फाड़ हो गया.

  कमान हाथ में लेते ही संजीव व रागिनी सिंह को किया किनारे

पूर्व विधायक संजीव सिंह के जेल जाने के बाद सिद्धार्थ ने जनता मजदूर संघ की कमान अपने हाथ में ले ली.   धीरे धीरे पूर्व विधायक संजीव सिंह और भाजपा कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह को किनारे लगाने लगे. मामला इतना बढ़ गया कि सिंह मेंशन के दोनों सहोदर भाई में तनाव उत्पन्न होने लगा. देखते ही देखते पूर्व विधायक संजीव सिंह ने अपना एक नया संगठन खड़ा कर दिया जिसकी घोषणा 23 अप्रैल को होटल कुबेर में की गई.   इस घोषणा की कड़ी में सिंह मेंशन का कोई नहीं दिखा. गलियारों में यह भी चर्चा है कि अब पर्दे के पीछे से खेला होगा. जहां एक तरफ पूर्व विधायक संजीव सिंह व उनकी पत्नी रागिनी सिंह, दूसरी तरफ यूनियन के महामंत्री सिद्धार्थ गौतम तो तीसरी तरफ बच्चा गुट तो चौथा पृथ्वी मेंशन पर सब की है नजर.

 अब पृथ्वी मेंशन पर लोगों की नजर

अब एक ही परिवार के 4 संगठन होंगे, जिसमें अपने ही परिवार के लोग मजदूरों के लिए लड़ेंगे. जनता मजदूर संघ, जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट), जनता श्रमिक संघ जैसा कि सूत्र बताते हैं कि शशि सिंह की पत्नी आसनी सिंह भी एक श्रमिक संघ का गठन करने जा रही हैं. इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जैसा कि सूत्र बताते हैं जल्द ही आसनी सिंह ऐसी घोषणा करनेवाली हैं. कोयलांचल के गलियारों में यूनियन के नाम की चर्चा हो रही है. बताया जा रहा है कि उसका नाम होगा राष्ट्रीय जनता मजदूर संघ.

  तीन शक्ति केंद्र के बीच चौथा भी लगा रहा सेंध

धनबाद में राजनीतिक रूप से तीन परिवार प्रमुख शक्ति केंद्र के रूप में स्थापित सिंह मेंशन, कुंती निवास और रघुकुल है. अब इसमें पृथ्वी मेंशन भी शामिल हो चुका है. सूर्यदेव सिंह के छोटे भाई सिंह मेंशन के चाणक्य रामाधीर सिंह का परिवार पृथ्वी मेंशन में स्थायी तौर पर निवास करने लगा है. रामाधीर सिंह आजीवन कारावास की सजा हजारीबाग जेल में काट रहे हैं. उनका पुत्र शशि सिंह धनबाद पुलिस की नजर में भगोड़ा घोषित है. शशि सिंह कोल किंग व कांग्रेस नेता सुरेश सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी है और हत्याकांड के बाद से फरार है.

  रामाधीर सिंह की बहू के हाथ होगी पृथ्वी मेंशन की कमान

पृथ्वी मेंशन की कमान रामाधीर सिंह की बहू और शशि सिंह की पत्नी आसनी सिंह के हाथों में है. आसनी सिंह यूपी के बलिया से जिला परिषद अध्यक्ष रह चुकी हैं और अब धनबाद की राजनीति के पिच पर बैटिंग करने के लिए तैयार हैं. आसनी सिंह ने पिछले छह महीने से धनबाद, झरिया, सिंदरी समेत विभिन्न क्षेत्रों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, समाजिक कार्यकर्मों में उपस्थिति दर्ज कराई है. [wpse_comments_template]