alt="" width="300" height="169" /> सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत[/caption] सिविल सर्जन डॉ श्याम किशोर कांत ने बताया कि डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों की मांसपेशियां सामान्य बच्चों के मुकाबले कम ताकतवर होती हैं. सामान्य बच्चों की तुलना में बैठना, चलना या उठना-बैठना सीखने में अधिक समय लेते हैं. इससे पीड़ित बच्चों को दिल संबंधी बीमारी होने की आशंका अधिक रहती है. इनका बौद्धिक, मानसिक व शारीरिक विकास धीमा होता है. [caption id="attachment_271395" align="aligncenter" width="300"]
alt="" width="300" height="226" /> पहला कदम में समारोह का उद्घाटन करते मुख्य अतिथि[/caption] विश्व डाउन सिन्ड्रोम दिवस पर नारायणी चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित जगजीवन नगर स्थित दिव्यांग बच्चों के स्कूल पहला कदम में दिव्यांग बच्चों द्वारा जागरुकता रैली निकाली गई, जो पहला कदम होते हुए सरायढेला थाना तक पहुंची. बच्चों के बीच सिंगिग,डांस, चित्रकला प्रतियोगिता भी कराई गई. एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ अरुण वर्णवाल ने कहा कि इन बच्चो में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. बस उन्हें अवसर एवं प्लेटफार्म की जरूरत है. इन बच्चों को प्यार की जरूरत है जिससे उनमें आत्म विश्वास बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपी, ओक्यूपेशनल थेरैपी, तथा बिहेवियर थेरैपी से उनमें सुधार किया जा सकता है. पहला कदम की संचालक अनिता अग्रवाल ने कहा कि इन बच्चो को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना ही उनकेजीवन का ध्येय है. इन्हें रोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाना है. यह भी पढ़ें : धनबाद">https://lagatar.in/dhanbad-youths-beat-up-shopkeeper-for-not-paying-extortion-of-20-thousand-rupees/">धनबाद
: 20 हजार रुपए रंगदारी नहीं देने पर युवकों ने दुकानदार को पीटा [wpse_comments_template]

Leave a Comment