Nirsa :एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा एनएच 2 पर सिक्स लेन निर्माण में देवियाना मोड़ के समीप सड़क के किनारे दुकानों एवं आवास को तोड़ने आए अधिकारियों का रैयतों ने विरोध किया.
रैयतों ने जमीन का मुआवजा मांगा
रैयत कैलाश तिवारी, अजय तिवारी, हलधर तिवारी एवं विजय तिवारी का कहना है कि एनएचएआई ने हमारे मकान के मुआवजे का भुगतान किया है, परंतु जमीन के मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है. जब तक जमीन के मुआवजे का भुगतान नहीं हो जाता, मकान तोड़ने एवं सड़क बनने नहीं देंगे.
अधिकारी मकान तोड़ने पर आमादा
अधिकारी का कहना है कि एनएचएआई द्वारा जमीन एवं मकान के मुआवजे का भुगतान भू अर्जन विभाग को कर दिया गया है. इसलिए मकान को हर हालत में हटाना होगा. इस विषय पर देवियाना मोड़ के पास रैयत एवं एनएचएआई के अधिकारी के बीच बातचीत चल रही है. एनएचएआई के अधिकारी मकान को तोड़ने के लिए अड़े हुए थे, जबकि मकान मालिक भी मकान नहीं तोड़ने देने पर अड़े हुए हैं.
मुआवजा में भेदभाव का आरोप
रैयतों ने बताया कि उनकी बगल की 3 डिसमिल जमीन के एवज में एनएचएआई द्वारा 14 लाख रुपये का भुगतान किया है. मकान का अलग से मुआवजा दिया गया है. परंतु हमारी 3 डिसमिल जमीन का मुआवजा मात्र ढाई लाख रुपये भू अर्जन द्वारा आंका गया है. हम लोगों को भी यदि जमीन के मुआवजे का भुगतान हो जाए तो जमीन एनएचएआई को देने को तैयार हैं.
भू अर्जन विभाग को दे चुके हैं पैसा
दूसरी ओर एनएचएआई के अधिकारी बीरमनी प्रताप सिंह ने बताया कि मकान एवं जमीन के मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है. पहले से ही सिक्स लेन निर्माण में काफी विलंब हो चुका है. जितनी जल्दी जगह खाली कर सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी को सौंपेंगे उतनी ही शीघ्रता से सिक्स लेन निर्माण का काम पूरा होगा.
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