अहिंसा परमो धर्म, जियो व जीने दो की राह पर चलना सिखाता है महापर्व: प्रमोद जैन
Dhanbad : दिगंबर जैनियों का पर्यूषण पर्व 19 सितंबर से शुरू हो रहा है. समापन 30 सितंबर को विश्व क्षमा दिवस के दिन क्षमावणी के साथ होगा. यह जानकारी दिगंबर जैन के धनबाद मीडिया प्रभारी प्रमोद जैन ने 12 सितंबर मंगलवार को दी. उन्होंने कहा कि इस महापर्व की अवधि में प्रतिदिन सुबह भगवान महावीर का अभिषेक, शांति धारा और पूजा होगी. शाम की आरती के बाद ग्वालियर से आये पंडित मुन्ना लाल जी जैन प्रवचन देंगे. इसके बाद जैन महिला समिति की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा.
उन्होंने बताया कि पर्यूषण पर्व जैनियों के सभी त्योहारों में सबसे महत्वपूर्ण है. इसे सभी पर्वो का राजा माना जाता है. इस पर्व में 10 दिन तक जैन समाज के लोग उपवास व तप करते हैं. पर्व भाद्रपद मास की पंचमी तिथि से अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाता है. यह पर्व भगवान महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत अहिंसा परमो धर्म, जियो और जीने दो की राह पर चलना सिखाता है. इस महापर्व के जरिये जैन समाज के अनुयायी उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम ब्रह्मचर्य और आत्मसाधना करते हैं .