यहां बेहतर संसाधन एवं मानव बल
पीएन सिंह के अनुसार पहली कमी विभाग के स्तर से चिकित्सा शिक्षकों की नियुक्ति करके दूर की जा सकती है. दूसरी कमी, रेसीडेंट डाक्टर की नियुक्ति करके काफी हद तक दूर की जा सकती है. तीसरी कमी गैलरी टाइप एलटी का निर्माण करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जा चुकी है. उन्होंने लिखा है कि कि राज्य के चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस सीटों की संख्या सौ की जा चुकी है. शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय में चिकित्सा महाविद्यालय की तुलना में बेहतर संसाधन एवं मानव बल उपलब्ध है. इसलिए इस दिशा में प्रयास करें कि राज्य के अन्य चिकित्सा महाविद्यालय की भांति धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो चिकित्सा महाविद्यालय में भी एमबीबीएस सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर जाए 100 की जाए . यह भी पढें :">https://lagatar.in/6-month-old-child-is-also-in-grip-corona-treatment-is-going-on-in-pediatric-ward-rims/">6 माह का बच्चा भी कोरोना की चपेट में, रिम्स के पीडियाट्रिक वॉर्ड में चल रहा इलाज [wpse_comments_template]

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