Dhanbad: धनबाद जिले के लिए सर दर्द बन चुके अमन सिंह और वासेपुर के गैंगस्टर प्रिंस खान गैंग का सफाया करने की मुहिम के तहत पुलिस ने अमन सिंह व प्रिंस के लिए आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले उत्तर प्रदेश का कुख्यात शूटर आजमगढ़ के वैभव यादव उर्फ राहुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. उनके साथ बोकारो की एक महिला अपराधी सहित कुल 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उनके पास से पुलिस ने दो पिस्टल, दो मैगजीन, 12 राउंड गोली, 9 मोबाइल फोन, दो बिना नम्बर के मोटरसाइकिल बरामद की है. एसएसपी संजीव कुमार ने शनिवार 3 जून को अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी.
पुलिस का दावा-अब रंगदारी, हत्या पर लगेगी रोक
एसएसपी ने बताया कि वैभव यादव, आशीष शुक्ला, दिनेश कुमार गौड़ और सलिनी सिंह को बरवाअड्डा थाना के फुफवाडीह मोड़ स्थित बीएमडब्ल्यू पेट्रोल पंप के समीप से गिरफ्तार किया गया है. उनकी निशानदेही पर शेष अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार सभी अपराधी किसी न किसी रूप से अमन सिंह से जुड़े हैं. वैभव यादव, आशीष शुक्ला, दिनेश कुमार गौड़ और बाबू सिंह उर्फ आशुतोष आनंद सभी शूटर हैं. अन्य लोग घटना को अंजाम देने में उनका सहयोग करते थे. बोकारो के हरला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार महिला अपराधी सलोनी कुमारी उर्फ सानू सिंह अमन सिंह को रंगदारी व अन्य तरह से मिले पैसों को ठिकाने लगाती थी. उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ वर्ष में धनबाद में जितने भी बड़े अपराध हुए हैं, उन्हीं लोगों का हाथ है. उनके पुलिस गिरफ्त में आने से धनबाद में हत्या, रंगदारी के लिए दहशत फैलाने जैसे अपराधों पर अंकुश लगेगा. उन्होंने कहा कि टीम छापामारी में लगी हुई है. आगे और भी गिरफ्तारी होगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में ग्रामीण एसपी रेशमा रमेशन, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर अरविंद कुमार विन्हा, टेक्निकल सेल की टीम सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे.
पहुंची थी गुजरात व पश्चिम बंगाल पुलिस
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ के लिए गुजरात और पश्चिम बंगाल पुलिस भी धनबाद पहुंची थी. पकड़े गए अपराधी गुजरात, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश में भी वांछित हैं और उनपर कई मामले दर्ज हैं.
वैभव ने चलाई थी दुमका जेल गेट पर गोली
एसएसपी ने बताया कि दिसंबर 2022 में दुमका जेल गेट पर फायरिंग हुई थी. उस घटना को भी कुख्यात वैभव ने ही अंजाम दिया था. इसके अलावा झरिया में टायर व्यवसायी रणजीत साव, बरवाअड्डा किया शो रूम, व्यवसायी पप्पू मंडल पर फायरिंग, केंदुआडीह के राजेश यादव पर जानलेवा हमला, कतरास में मनोज यादव की हत्या, रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह की हत्या, कुर्मीडीह में राजकुमार साव की हत्या, क्लिनिक लैब में फायरिंग, गुजरात में व्यवसायी नीलेश पटेल की हत्या, बोकारो के चन्द्रपुरा निवासी स्क्रैप व्यवसायी सनाउल्लाह के घर फायरिंग, सहित कई घटनाओं में वैभव ने ही गोली चलाई है.
सलोनी लगाती थी अमन के पैसों को ठिकाने
सूत्रों के अनुसार सलोनी घाघीडीह जेल में बंद अमन सिंह की सबसे विश्वसनीय और काफी नजदीकी है. अमन सिंह के अपराध की दुनिया से कमाए पैसों को वही ठिकाने लगाती है. बताया यह भी जा रहा है कि रंगदारी के पैसों को वह ब्याज पर भी लगाती थी. गैंग के सदस्य उसे भाभी कहकर बुलाते हैं.
अमन श्रीवास्तव से अदावत के बाद बाबू सिंह बना चेला
हजारीबाग के कटकमसांडी थाना निवासी बाबू सिंह उर्फ आशुतोष आनंद पहले कुख्यात अमन श्रीवास्तव के लिए काम करता था. बाद में बाबू की अमन श्रीवास्तव से किसी बात को लेकर अदावत हो गयी. इसके बाद बाबू ने उसे सबक सिखाने के लिए हजारीबाग जेल में बंद अमन सिंह से सम्पर्क साधा और फिर अमन सिंह के लिए काम करने लगा. बाबू ही अमन सिंह को किसी घटना के लिए शूटर व अन्य कार्यों के लिए पैसे उपलब्ध कराता था. जब तक अमन सिंह हजारीबाग जेल में बंद था, बाबू ही उसे जेल के अंदर हर जरूरत का सामान उपलब्ध कराता था. जब अमन सिंह को जमशेदपुर स्थित घाघीडीह जेल ले जाया जा रहा था, तब भी वह उसके पीछे जमशेदपुर तक गया था.
रिकवरी एजेंट सुशील सिंह अपराधियों को देता था पनाह
एसएसपी ने बताया कि झरिया से गिरफ्तार रिकवरी एजेंट अमन सिंह का सबसे बड़ा लोकल नेटवर्क था. घटना को अंजाम देने से पहले शूटरों को अपने घर में ठहराना, शूटरों को टारगेट की पहचान कराना, उनकी रेकी कराना आदि कार्य सुशील सिंह ही करता था.
इनकी हुई गिरफ्तारी
वैभव यादव उर्फ राहुल सिंह, आजमगढ़ उत्तर प्रदेश, आशीष शुक्ला उर्फ सत्यम अयोध्या उत्तर प्रदेश, दिनेश कुमार गौड़, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश, सलोनी कुमारी उर्फ सानू सिंह, हरला बोकारो,सुशील सिंह, झरिया, धनबाद, बाबू सिंह उर्फ आशुतोष आनंद, कटकमसांडी, हजारीबाग,अरुण कुमार, चास, बोकारो, मुकेश कुमार महतो, कुर्मिडीह, बरवाअड्डा, धनबाद,मनोहर प्रसाद गुप्ता, जमशेदपुर. इनमें, आशीष शुक्ला पर अयोध्या में दो और चन्द्रपुरा, बोकारो में एक मामले दर्ज हैं. वैभव यादव पर आजमगढ़ जिले के विभिन्न थानों में दो दर्जन से अधिक और मध्यप्रदेश में तीन और गुजरात में मामले दर्ज हैं. अरुण कुमार पर धनबाद के बरवाअड्डा और बेकारबांध और चास थाना में एक एक मामला दर्ज है.