Rammurti Pathak
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद कोयलांचल का मोस्ट वांटेड प्रिंस खान उर्फ हैदर अली के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जोर पकड़ रही है. हालत यह है कि पुलिस कभी भी कुख्यात ‘छोटे सरकार’ के साम्राज्य को तहस-नहस कर सकती है. पुलिस की सक्रियता से गुर्गों के बीच खलबली मची हुई है. हालांकि उन्हें घेरने के लिए पुलिस ने चौतरफा जाल बिछाना शुरू कर दिया है. प्रिंस कोयलांचल में पहले ही आतंक का पर्याय बन चुका है. पढ़ाई में फिसड्डी व मात्र चौथी पास प्रिंस वासेपुर के डॉन फहीम खान का भांजा है. इस रिश्तेदारी का उसे जबरदस्त फायदा भी मिला है. पुलिस को चकमा दे कर विदेश फरार होने में कामयाबी के पीछे हालांकि बड़े बड़े मददगारों के हाथ हैं. रंगदारी के लिए जिन व्यवसायियों को धमकाने व दहशत फैलाने का उस पर आरोप है, अब उन्हीं लोगों में कई उसके मददगार भी बने हुए हैं.
पुलिस को नाकों दम कर रखा है
प्रिंस ने धनबाद पुलिस को नाकों दम कर रखा है. प्रिंस के गलत तरीके से पासपोर्ट बनवाकर विदेश में छिपे होने की सूचना मिलते ही एसएसपी संजीव कुमार के कान खड़े हो गए. उन्होंने कड़ा एक्शन लेते हुए पूरे महकमे को नये सिरे से प्रिंस के पीछे लगा दिया है, जबकि पासपोर्ट रद्द कराने की प्रक्रिया में मुस्तैदी से जुट गए हैं. प्रिंस के आपराधिक इतिहास को खंगालने पर जानकार बताते हैं कि 2021 में लाला खान की हत्या के बाद से वह रातों रात मशहूर हो गया. इसी के साथ वह धनबाद से फरार भी हो गया. तीन साल से पुलिस उसके पीछे पड़ी है, मगर वह पकड़ से दूर है. इधर उसके गुर्गे नये जोश के साथ सक्रिय हो गए हैं और एक से एक बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. कभी वीडियो बना कर तो कभी पत्र लिख कर दहशत फैलाते हैं तो कभी किसी आपराधिक घटना की जिमेवारी भी लेते रहे हैं.
कुख्यात अमन से भी कर ली है दोस्ती
जानकारों का कहना है कि मोस्ट वांटेड प्रिंस खान ने हजारीबाग जेल में बंद अमन सिंह से भी दोस्ती गांठ ली है. उसी के साथ मिलकर कोयलांचल में दहशत भी फैला रहा था. प्रिंस खान समय की नजाकत को भांप कर भले ही विदेश में छिप कर बैठा हो, मगर उसकी चाहत कोयलांचल का बादशाह बनने की है. इधर जेल में बंद अमन सिंह को भी ढेर सारा पैसा चाहिए. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि अमन के संपर्क वालों को प्रिंस साथी बना रहा है. बड़ी बात यह है कि अमन सिंह शूटर भी उपलब्ध करा रहा है. पुलिस की जांच में पता चला कि कतरास के मनोज यादव व रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह की हत्या में अमन के शूटरों की अहम भूमिका रही है. बोकारो व यूपी के शूटरों ने हत्याकांड को अंजाम दिया था. गोविंदपुर में कोयला व्यवसायी के आवास पर भी वह फायरिंग में शामिल था.
प्रिंस के सहयोगी हैं कई जमीन दलाल और व्यवसायी
धनबाद पुलिस की नजर अब उसे मदद पहुंचाने वालों पर भी टिकी है. पुलिस ने गोविंदपुर, झरिया व बाघमारा के दस जमीन दलाल, चार कोयला व्यवसायी और 3 बिल्डरों को रडार पर रखा है. सीआईडी के पास प्रिंस गैंग के 55 गुरुओं की लिस्ट है. उनमें कौन क्या करता है, इसकी भी विस्तृत जानकारी है. प्रिंस के गैंग में 9 शूटरों के होने की खबर भी है. कहा जा रहा है कि प्रिंस धनबाद से अकेले विदेश नहीं गया है. उसके साथ एक रिश्तेदार और केस पार्टनर भी गया है. उनमें कई पर मामला दर्ज है, जबकि कई जेल भी जा चुके हैं.
प्रिंस को करते है 40 से अधिक लोग सहयोग
प्रिंस के कई सहयोगी हैं और सभी का काम भी बंटा हुआ है. शूटर हैं डीके खान उर्फ मुर्तजा अंसारी, अनवर उर्फ रहमत, ताजुद्दीन, प्रिंस का साला समीर, आजाद आलम, अमन उर्फ राजा, कुंदन धिक्कार, अनुज सिंह, अरुण कुमार महतो. हथियार उपलब्ध कराने वाले भोमा राजा, रिज्जू उर्फ रिजवान, मोटा राजा उर्फ सरफराज, नादो उर्फ नदीम खान, किशन खान, शहाबुद्दीन, अजहर खान. जमीन दलाली से मदद करने वाले डिंपी उर्फ दानिश, सोनू उर्फ तौसीफ अंसारी, कल्लू उर्फ वसीम खान, फिरोज उर्फ फिरोज आलम, आमिर, परवेज खान, जीशान इकबाल उर्फ शामी.
रेकी करने व बम फेंकने तक की जिम्मेदारी
रेकी करने वालों में शबीर, शाहिद रजा, सरफराज, नान्हो उर्फ आयम, राजा खान, पगला उर्फ डब्बू, चांद अली उर्फ पप्पू अंसारी, तौसिफ, साहेब, आबिद उर्फ दीपू, पैसा वसूली करने वालो में शमी, शहवाज उर्फ शहवाज आलम, पच्चू उर्फ अर्शद हटेला, रशीद उर्फ सैफ आलम, राज खान, दानिश खान, सीम उपलब्ध कराने में हीरा ड्राइवर उर्फ मूजबीन हुसैन. बाहर छिपने की व्यवस्था कराने वाला है इरफान मुखिया और गाड़ी शकील के नाम पर खरीदी. बम फेंकने वालों में चांद अली उर्फ पप्पू अंसारी और नईम खान उर्फ टीपू. प्रिंस को मदद करने वालों में टिंकू कुरेशी, जयपुर खान, जुम्मन कुरेशी, जुम्मन ठेकेदार, नन हो साहब, वकील परवेज खान, जीशान आदि शामिल है.
कई गुर्गो को दबोचा है पुलिस ने
पुलिस ने शमीम रजा अंसारी उर्फ छोटू, रशीद जावेद उर्फ संजू, अल्ताफ रजा, मो. साजिद अंसारी और अयान खान उर्फ नानू, विशाल मिश्रा मोहम्मद अमन उर्फ राजा, मोहम्मद सद्दाम अंसारी, एक नाबालिक, कुंदन धिक्कार, अनुज कुमार सिंह, बाबर अली आदि कई गुर्गों को धर दबोचा है. उनसे पूछताछ भी जारी है. पुलिस मामले की तह तक पहुंचने में भिड़ी हुई है, हालांकि कुछ बताने से परहेज भी कर रही है.
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